जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के खिलाफ सौंपा ज्ञापन
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। समाजसेवी सुशील गाबा की अगुवाई में आज अनेक युवाओं ने जिला अस्पताल पहुंचकर प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा- टीडी रखोलिया को ज्ञापन सौंपकर चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं एवं गंभीर रोगियों को उपचार के लिए भर्ती न करने पर गहरा रोष जताया। सुशील ने कहा कि क्षेत्र की गरीब परिवार की गर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने के लिए जिला चिकित्सालय एक मात्र सहारा है। गत 28 जनवरी की रात्रि विवेकनगर ट्रांजिट कैंप निवासी गर्भवती महिला प्रसव कराने जिला चिकित्सालय पहुंची लेकिन उसे ड्यूटी पर तैनात कर्मियों द्वारा भर्ती करने से मना कर दिया गया जबकि महिला का पिछले करीब 9 माह से सआशा कार्यकत्री की मदद से जिला चिकित्सालय में निरन्तर उपचार किया जा रहा था। गाबा ने बताया कि मध्यरात्रि जब महिला को चिकित्सलय में भर्ती करने से मना किया गया तो चिकित्सालय से महिला को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर करने के स्थान पर निजी चिकित्सालय ले जाने की सलाह दी गयी। सरकारी एम्बुलेंस के बजाय निजी चिकित्सालय की एम्बुलेंस बुलायी गयी। आशा कार्यकत्री ने गर्भवती महिला को निजी चिकित्सालय पहुंचाकर उसका सुरक्षित प्रसव क राया। गाबा का आरोप है कि इस पूरे प्रकरण में जिला चिकित्सालय कर्मियों की मिलीभगत है। उन्होंने घटना के समय ड्यूटी पर तैनात डाक्टर एवं अन्य स्टाफ के क्रियाकलापों की जांच कर कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन देने वालाों में अभिषेक शुक्ला, मोनू निषाद, सचिन मुंजाल, मानस बैरागी, जावेद, विजय मंडल, राघव सिंह, गौरव, धीरज सिंह, दिनेश, नसीम, ओमकार, नूर, राहुल आदि शामिल थे। वहीं पीएमएस डॉ- रखोलिया ने बताया कि उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली। जब गर्भवती महिला जिला चिकित्सालय पहुंची थी उस समय उसे प्रसव पीड़ा नहीं थी जिस पर उसकी जांच कर वापस घर भेजा गया था। वह निजी चिकित्सालय प्रसव के लिए अपनी इच्छा से गयी। फिर भी इस मामले में वह जांच करायेंगे।