मेडिकल स्टोर की आड़ में भ्रूण लिंग परीक्षण का भंडाफोड, दो गिरफ्तार
रुड़की। रुड़की स्वास्थ्य विभाग का एक कथित स्टिंग का मामला सामने आया है, जिसमे विभाग के अधिकारियों का दावा है कि उनके कर्मचारियों ने खास मुखबिर की सूचना पर भगवानपुर क्षेत्र स्थित एक निजी मेडिकल स्टोर पर स्टिंग करते हुए दो आरोपियों को पकड़ा है बता दें कि मौके से टीम को लिंग प्रशिक्षण करने के उपकरण भी बरामद हुए है इस कथित स्टिंग का मामला उस समय उजागर हुआ जब मीडिया को सूचना मिली की रुड़की स्वास्थ्य विभाग की टीम भगवानपुर क्षेत्र से एक अस्पताल में छापेमारी कर दो युवकों और दो युवतियों को अपने साथ रुड़की लेकर आए है। सूचना पर जब रुड़की की मीडिया रुड़की स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर पहुची तो पहले मौजूद कर्मचारियों ने मीडिया को अंदर नही जाने दिए, और जब मीडिया द्वारा मामले की जानकारी लेना चाहा तो कर्मचारियों ने मीडिया के साथ बदसुलूकी करते हुए जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया।वहीं जब पकड़े गए आरोपियों से बात की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा दो युवती और हम दो युवकों को मौके से पकड़कर यँहा लाया गया है। वहीं जब मीडिया कर्मियों ने ऑफिस के बाहर बने स्टोर रूम का ताला खुलवाया तो स्टोर रूम में दो युवतियां रोती हुई दिखाई दी जिसके बाद बंधक बनाई गई युवतियों से बात की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने बताते हुए कहा कि वो एक महीने से उस मेडिकल पर कार्य कर रही थी जंहा पर छापेमारी कर आज उन्हें यंहा लाया गया है। वही नगर स्वास्थ्य अधिकारी विक्रांत सिरोही से जब बन्धक बनाई गई युवतियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उन युवतियों को अपनी टीम हिस्सा बताकर खुद अपने सवालों में फंसते नजर आए क्योंकि एक ओर पकड़े गए आरोपी भी यह कबूल कर रहे हैं कि यह दोनों युवतियां उनके साथ मेडिकल पर कार्य करती हैं और पकड़ी गई युवतियों ने भी कैमरे के सामने कबूला कि वो एक महीने से वहाँ कार्य कर रही हैं। जिसके बाद मीडिया द्वारा स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गयी, सूचना देने के घंटो बाद एसीएमओ हरिद्वार मौके पर पहुँचे तब जाकर मीडिया रुड़की स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर में दािखल हुई। काफी देर तक रुड़की नगर स्वास्थ्य अधिकारियों सीएमओ को अपने कथित स्टिंग की जानकारी देता रहा जब मीडिया ने एसीएमओ से पूरे प्रकरण पर सवाल किए तो वह सवालों के स्पष्ट जवाब नही दे पाए। जब मीडिया ने दो युवतियों को धरदबोचने की जानकारी की तो ए-सीएमओ ने पहले तो युवतियों की मौजूदगी होने से साफ इनकार कर दिया, लेकिन जब मीडिया द्वारा युवतियों को बंधक बनाने का वीडियो दिखाया गया तो वह अपनी बात से मुकर गए और कहने लगें की ये दो युवतियां इस स्टिंग का हिस्सा है, जबकि दोनों युवतियों को रुड़की नगर स्वास्थ्य के दफ्तर के करीब बना स्टोर रूम में ताला लगाकर बन्द किया हुआ था। इसके बाद स्थानीय कर्मचारियों ने दोनों युवतियों को दूसरे रास्ते से भगा दिया। इस पूरे मामले की सूचना एसडीएम रुड़की और स्थानिय पुलिस को भी दी गयी। थोड़ी ही देर बाद एसडीएम रुड़की गोपाल सिंह चैहान भी मौके पर पहुँचे और प्रकरण की जानकारी लेने के बाद रुड़की नगर स्वास्थ्य अधिकारियो को पूछताछ के लिए रुड़की कोतवाली ले आए। जहाँ एसडीएम और कोतवाल ने लम्बी पूछताछ के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात कही। एसडीएम गोपाल सिंह चैहान ने बताया कि इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। युवतियों की बरामदगी के सवाल पर उन्होंने बताया इस मामले की भी जांच की जाएगी। वहीँ इस प्रकरण में जो भी शामिल होगा चाहे वो सरकारी कर्मचारी ही क्यों न हो कत्तई बक्शा नहीं जायेगा।