धक्के देकर श्रमिकों को गेट से निकाला
शिकायत के बाद भड़का प्रबधंन, शिफ्ट छूटने के बाद धरने पर बैठे श्रमिक
सितारगंज। (उद सम्वाददाता) सिडकुल की फैक्ट्री में 12 वर्षों से काम कर रहे श्रमिकों को श्रम विभाग के हस्तक्षेप के बाद भी नियुत्तिफ पत्र नही दिया गया। इसकी शिकायत करना पांच श्रमिकों को भारी पड़ गई। इसके बाद प्रबधंन ने श्रमिकों को कम्पनी गेट से धक्का-मुक्की कर बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके विरोध में शिफ्ट से छूटे श्रमिकों ने परिसर में ही धरना शुरु कर दिया। हालांकि दूसरी शिफ्ट फैक्ट्री में उत्पादन कर रही है। सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करने वाले कैलाश पांडेय, दीपक, राजेंद्र श्रीवास्तव, संजीत गुप्ता, कृष्णानंद, छोटेलाल, रविंद्र यादव, आलोक, मुरली, जनाधर पोखरिया, विमल श्रीवास्तव, रंदीप सिंह सोमवार को शिफ्ट छूटने के बाद कम्पनी परिसर में साथियों के साथ धरने पर बैठ गये। श्रमिकों का आरोप है कि वेतन वृद्धि, नियुत्तिफ पत्र की मांग को लेकर श्रमिक लगातार जिम्मेदार अधिकारियों से मांग कर रहे है। कैलाश पांडे ने बताया कि श्रम विभाग के अफसरों ने दिसम्बर माह तक वर्षों से काम करने वाले श्रमिकों को नियुत्तिफ पत्र देने के निर्देश दिये थे। लेकिन नियुत्तफ पत्र नही दिये गये। इसके विरोध में उन्होंने श्रम विभाग को अवगत कराया था। जिससे क्षुब्ध होकर प्रबधंन ने सोमवार को डड्ढूटी पर पहुंचे कृष्णानंद, प्रवीण सिंह, पप्पू, रविंद्र सिंह समेत पांच श्रमिकों को फैक्ट्री गेट से बाहर कर दिया। इसका उन्होंने विरोध किया तो एचआर डिपार्टमेंट के अफसर कोई भी जबाव नही दे रहे है। जिसके विरोध में उन्होंने शिफ्ट छूटने के बाद परिसर में धरना शुरु कर दिया है। जबकि कारखाने में दूसरी शिफ्ट लगातार उत्पादन कर रही है। उन्होंने प्रबधंन पर श्रमिकों के शोषण का आरोप लगाया।