उत्तरायणी महोत्सव में बिखरे कुमांऊनी संस्कृति के रंग

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रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। शैल सांस्कृतिक समिति शैल परिषद द्वारा आज से गंगापुर मार्ग स्थित शैल भवन में आयोजित दो दिवसीय उत्तरायणी महोत्सव का शुभारम्भ हुआ जिसमें पर्वतीय संस्कृति के रंगों की जमकर बौछार हुई और मधुर गीत संगीत की धुनों पर उपस्थित दर्शक झूमने को मजबूर हो गये। आयोजन स्थल पर विभिन्न स्कूलों द्वारा कई स्टाल भी लगाये गये थे। इससे पूर्व मुख्य अतिथि वन विकास परिषद के अध्यक्ष सुरेश परिहार एवं विशिष्ट अतिथि विधायक राजकुमार ठुकराल ने आयोजन समिति के पदाधिकारियों के साथ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष  दीप प्रज्जवलित किया। इसके पश्चात लोक कलाकारों व स्कूली छात्र छात्रओं की मनमोहक प्रस्तुतियों ने मौजूद अतिथियों का मन मोह लिया। सरस्वती वंदना के बाद व्याख्या जनजागृति सांस्कृतिक संगीत एवं नाट्य समिति खटीमा द्वारा प्रस्तुत नंदा राजजात यात्र की सुंदर प्रस्तुति और कुमायूं गढ़वाल की पारम्परिक वेशभूषा धारण कर प्रस्तुतियां देवी स्कूल की छात्रएं आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। कार्यक्रम में जानकी तिवारी सुशीलापांडे व पुष्पा जोशी ने सगुन आखर गाया वहीं शैल सांस्कृतिक महिला समिति दल द्वारा स्वागत गीत से अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वामी म्यूजिकल एकेडमी बालाजीपुरम कालोनी के कलाकारों ने जय हो बाला गोनिया गीत पर कुमायूंनी लोकनृत्य प्रस्तुत कर सबको आकर्षित किया तो वहीं सनराइज एकेडमी के विद्यार्थियों ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की प्रस्तुति से सभी को भाव विभोर कर दिया। जीएसएम पब्लिक स्कूल के बच्चों ने नरसिंह बाजे तुतरी बाजो नागर बाजो गीत पर कुमायूंनी लोकनृत्य प्रस्तुत किया। वहीं विजडम पब्लिक स्कूल,सरस्वती म्यूजिक एकेडमी, सांस्कृतिकमंच चुकटी देवरिया, ब्लोसम एकेडमी, न्यू वुडलैंड एकेडमी, स्टोन रिज इंटरनेशनल सहित कई विद्यालयों के छात्रें ने पर्वतीय संस्कृति से ओतप्रोत आकर्षक प्रस्तुतियां दीं। मुख्य अतिथि श्री परिहार ने कहा कि देवभूमि में विभिन्न संस्कृतियों का समावेश है। राज्य में सभी जाति, धर्म के लोगों को पूरा सम्मान दिया गया है और सभी लोग आपस में मिलजुलकर त्यौहार मनाते हैं। उन्होंने कहा कि शैल  परिषद द्वारा पिछले कई वर्षों से उत्तरायणी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महोत्सव के माध्यमसे पर्वतीय संस्कृति का भी प्रचार प्रसार हो रहा है तथा सभी लोग पर्वतीय संस्कृति से परिचित हो रहे हैं। अपने सम्बोधन में विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि अब तराई क्षेत्र कौमी गुलदस्ते के रूप में पहचाना जाता है। उन्होंने उत्तरायणी महोत्सव के लिए आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज में सभी लोगों का सम्मान किया जाता है। उन्होंने शैल परिषद को विधायक निधि से 10लाख रूपए देने की भी घोषणा की। इससे पूर्व आयोजन समिति द्वारा अतिथियोंका स्वागत किया गया। इस दौरान एलएम उप्रेती, हेमंत बिष्ट, मीना शर्मा, अनिल शर्मा, डीडी जोशी, रामप्रकाश गुप्ता, एचसी जोशी, नागेंद्र शर्मा, ट्रांजिट कैंप थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी सहित समिति अध्यक्ष भरत लाल साहा, महामंत्री दिवाकर पांडे, दिनेश चंद भट्ट, कुंवर सिंह नेगी, गोपाल सिंह पटवाल, नरेंद्र रावत, हरीश दनाई, कीर्तिनिधि शर्मा, डीके दनाई, राजेंद्र बोरा, भास्कर जोशी,धीरज पांडे, मोहन उपाध्याय, सीबी घिल्डियाल, एमएम बिष्ट, दान सिंह मेहरा, हरीश मिश्रा, दिनेश बम, सतीश लोहनी, ईश्वर भट्ट, राजेंद्र प्रसाद बलौदी, महेश कांडपाल, लक्ष्मीदत्त जोशी, जगदीश तिवारी, सतीश ध्यानी, कुलदीप नेगी आदि मौजूद थे।

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