नौशेरा में मुठभेड़,दो जवान शहीद
श्रीनगर(उद ब्यूरो)। जम्मू- कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में सर्च ऑपरेशन के दौरान दो भारतीय जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला बोला। ऑपरेशन अभी भी जारी है और आतंकियों को ढूंढा जा रहा है। नए साल के मौके पर भारतीय सेना के दो जवानों ने अपनी जान गंवा दी। जानकारी हो कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी वारदात थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ देखने को मिली। पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यहां मिली जानकारी के अनुसार, यह मुठभेड़ बीती रात नौशहरा सेक्टर में कलाल के पास मंगला देई इलाके में शुरु हुई। बताया जा रहाहै कि चार से पांच आतंकियों का एक दल कथित तौर पर सोमवार की रात को एलओसीपर घनी धुंध और कोहरे का लाभ उठाकर किसी तरह भारतीय इलाके में दािखल होने में कामयाब रहा था। इसका पता चलते ही सेना के जवानों ने उन्हें मार गिराने के लिए एक अभियान चलाते हुए उन सभी इलाकों में विशेष नाके लगाए,जहां से आतंकी जिला राजौरी के भीतरी इलाकों में दािखल हो सकते थे। मंगलवार को आधी रात के बाद मंगला देई इलाके में जब जवान आगे बढ़ रहे थे तो एक जगह बैठे आतंकियों ने उन्हें देखते ही फायर कर दिया। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इसके बाद वहां एक भीषण मुठभेड़ शुरु हो गई,जिसमें दो जवान शहीद हो गए। संबधित अधिकारियों के अनुसार, एक या दो दो आतंकी भी मारे गए हैं,लेकिन उनके शव प्राप्त नहीं होने के कारण उनकी मौत की पुष्टि नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल को चारों तरफ से घेर लिया गया है। सेना का पैरा कमांडो दस्ता भी मुठभेड़ सलि पर पहुंच गया है। अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं। जानकारी के अनुसार एलओसी पर कलाल से सटे दराटध्मंगलादेई क्षेत्र में तीन संदिग्ध देखे जाने पर भारतीय सेना और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। मंगलवार सुबह सात बजे से सर्च जारी है। जंगल का चप्पा-चप्पा खंगाला गया, लेकिन देर शाम तक कोई कामयाबी नहीं मिली थी। सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। मालूम हो कि पुंछ के गुलपुर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीकी गांव बगयालदरा में मंगलवार सुबह बारूदी सुरंग विस्फोट में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल पुंछ पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार भारतीय सेना ने पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ को नाकाम बनाने के लिए एलओसी पर बारूदी सुरंगें बिछाई हुई हैं। बारिश के तेज बहाव में बारूदी सुरंगें एक जगह से दूसरी तरफ बह जाती हैं, जिससे अकसर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। परिजनों ने बताया कि 22 वर्षीय आरिफ हुसैन पुत्र मीर हुसैन निवासी बगयालदरा सुबह करीब दस बजे बकरियों के लिए अपने खेतों के नजदीक जंगल में घास लेने गया था। तभी उसका पांव बारूदी सुरंग पर पड़ गया, जिससे विस्फोट हो गया। विस्फोट की जानकारी मिलते ही वे घटनास्थल पर पहुंचे और आरिफ को राजा सुखदेव जिला अस्पताल पुंछ पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार देना शुरू कर दिया। घायल का हाल जानने जिला विकास आयुक्त राहुल यादव प्रशासनिक अधिकारियों सहित जिला अस्पताल पहुंचे और रेडक्रॉस फंड से राहत चेक दिया।