रेप और हत्या के आरोपियों का एनकाउंटर

पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश कर रहे थे हैदराबाद काण्ड चारों आरोपी, पुलिस कार्यवाही की देश भर में सराहना

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हैदराबाद (उद ब्यूरो)। महिला डाॅक्टर का दुष्कर्म और उसकी निर्मम हत्या के सभी चारो आरोपियों को तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार सुबह एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया। पुलिस क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए आरोपियों को मौका-ए-वारदात पर ले गई थी लेकिन वे भागने की कोशिश करने लगे। जिस पर पुलिस ने फायरिंग की जिसमें सभी आरोपी मारे गए। हैदराबाद पुलिस की इस कार्रवाई की सोशल मीडिया मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है। जहां देश की न्याय व्यवस्था में भरोसा खो चुके कुछ लोग एनकाउंटर पर खुशी जता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग आरोपियों के एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। रिपोर्टों में पुलिस कमश्निर के हवाले से कहा गया है कि तेलंगाना पुलिस चारों आरोपियों को उस फ्रलाइओवर के नीचे लेकर गई थी जहां उन्होंने पीड़िता को आग के हवाले किया था। उस जगह पर क्राइम सीन को रीक्रिएट किया जा रहा था तभी चारों आरोपी भागने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी और त्वरित कार्रवाई करते हुए गोलियां चलाईं जिसमें चारों मारे गए। फिलहाल, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मुठभेड़ स्थल पर जांच कर रहे हैं। बता दें 27-28 नवंबर की रात को हैदराबाद में 27 साल की महिला डाॅक्टर के साथ इन दरिंदों ने हैवानियत की थी। रिपोर्टों के मुताबिक, शराब पीते हुए इन आरोपियों ने डाॅक्टर को स्कूटी पार्क करते देख उसके साथ हैवानियत की योजना बनाई थी। परिजनों के मुताबिक, हैवानों ने सबसे पहले स्कूटी की हवा निकालकर मदद का बहाना किया और फिर डाॅक्टर का मोबाइल छीन लिया। इसके बाद उन्होंने पीड़िता के साथ बारी-बारी से दरिंदगी की और गला दबाकर उसकी हत्या की। रिपोर्टों के मुताबिक, आरोपी यहीं नहीं रुके। उन्होंने पीड़िता की हत्या के बाद उसके शव को ट्रक में रखकर टोल बूथ से करीब 25 किलोमीटर दूर एक ओवरब्रिज के नीचे फेंक, पेट्रोल छिड़कर आग के हवाले कर दिया। पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी बर्बर हत्या की वारदात से पूरा देश आंदोलनरत था। सड़क से संसद तक जल्द से जल्द इंसाफ दिए जाने की मांग उठ रही थी। एनकाउंटर को लेकर राजनेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। अधिकांश नेताओं ने हैदराबाद पुलिस की तारीफ की है तो कुछ ने इस पर सवाल भी खड़े किए हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, हर एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया है कि न्यायिक व्यवस्था से इतर ऐसे एनकाउंटर स्वीकार नहीं किए जा सकते हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि न्याय कानून के तहत होना चाहिए था। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि गैर-न्यायिक हत्याएं महिलाओं के प्रति हमारी संजीदगी का जवाब नहीं हो सकती हैं। वहीं भाजपा सांसद मेनका गांधी ने कहा है कि आरोपियों को कानून के जरिए सजा दी जानी चाहिए थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इस एनकाउंटर पर लोग खुशी जता रहे हैं। लेकिन, यह चिंता का विषय है कि लोगों का क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम से भरोसा उठ गया है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार सो रही है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली की पुलिस को भी तेलंगाना पुलिस से सीख लेनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से इन राज्यों में अपराधियों की मेहमाननवाजी की जाती है। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि पुलिस ने साहसिक काम किया है। मुझे लगता है कि इस न्याय से देश की जनता को सकून मिला है। इस बीच निर्भया की मां ने एनकाउंटर पर खुशी जताई और कहा कि ये बिल्कुल सही हुआ। मैं पिछले सात साल से न्याय का इंतजार कर रही हूं और कोर्ट के चक्कर लगा रही हूं। आरोपियों के मारे जाने पर दिशा के पिता ने भी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी की मौत के 10 दिन के अंदर आरोपियों को मार दिया गया। मैं तेलंगाना सरकार, पुलिस और मेरे साथ खड़े लोगों को बधाई देता हूं। मेरी बच्ची की आत्मा को शांति मिल गई। इस बीच पीड़िता के चाचा का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि न्याय त्वरित होना चाहिए ताकि लोगों में अपराध के प्रति भय हो। पीड़िता की बहन ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं। यह एक उदाहरण है। रेकाॅर्ड समय में इंसाफ मिला है। मैं उनका शुक्रगुजार हूं जो इस मुश्किल घड़ी में भी हमारे साथ खड़े रहे।

पुलिस की वाहवाही भी, एक्शन पर सवाल भी

हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर केस के चारों आरोपियों के एनकाउंटर की खबर ने हर किसी को हैरत में डाल दिया है। दरअसल, चारों आरोपी पुलिस रिमांड में थे और उन्हें गुरुवार देर रात नेशनल हाइवे-44 पर क्राइम सीन पर ले जाया गया था। पुलिस सूत्रों की मानें तो क्राइम सीन रिक्रिएट करने के दौरान आरोपियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया और धुंध का फायदा उठाकर भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में चारों आरोपियों को मार गिराया।  हैदराबाद पुलिस की इस कार्रवाई की सोशल मीडिया मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है। जहां देश की न्याय व्यवस्था में भरोसा खो चुके कुछ लोग एनकाउंटर पर खुशी जता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग आरोपियों के एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद कानुमुरु रघु राम कृष्ण राजू ने एनकाउंटर पर कहा कि कहा कि वे गोली मारे जाने के लायक थे। भगवान बहुत दयालु है कि उन्हें गोली मार दी गई. यह एक अच्छा सबक है। उन्होंने भागने की कोशिश की और वे मारे गए. किसी भी एनजीओ को इसका विरोध नहीं करना चाहिए और यदि वे ऐसा करते हैं, तो वे राष्ट्र-विरोधी हैं।

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