ईवीएम हटाओ की मुहिम लेकर चला ओमकार पहुंचा बंगलुरू
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। रूद्रपुर से 18अगस्त को ईवीएम हटाओ देश बचाओ की मुहिम लेकर साढ़े छह हजार किलोमीटर की देश की पैदल यात्र पर निकला रूद्रपुर का ओमकार सिंह ढिल्लो विभिन्न राज्यों की सरहदों को पार करते हुए आज प्रातः कर्नाटक की राजधानी बंगलूरूपहुंचा। इस देशव्यापी यात्र में ओमकार को कई अच्छे और बुरे अनुभवों का भी सामना करना पड़ा लेकिन उन सभी बाधाओं को पार करते हुए ओमकार की यात्र अनवरत जारी रही। इस यात्र में ओमकार का अनेक स्थानों पर अभूतपूर्व स्वागत भी किया गया और विभिन्न राज्यों की मीडिया ने भी उन्हें पूरी कवरेज दी। ओमकार अपनी ईवीएम हटाओ देश बचाओ की मुहिम को लेकर इस यात्र का समापन राजघाट दिल्ली में करेंगेे। रूद्रपुर निवासी ओमकार ने 18अगस्त को ईवीएम हटाओ देश बचाओ की मुहिम को लेकर यात्र प्रारम्भ की थी। उत्तराखंड से प्रारम्भ की गयी यात्र में ओमकार ने उत्तर प्रदेश , दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र की सीमाओं को पार किया और आज प्रातः वह बंगलुूरू पहुंच गये। ओमकार की यात्र का यह 103वां दिन है। ओमकार ने बताया कि रास्ते में अनेक मजेदार, भावुक और खतरनाक क्षण भी आये जिनका अलग अलग परिस्थितियों में सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि अजमेर में तीन बार एक राजनैतिक दल के समर्थकों ने हमला भी किया लेकिन उनके निश्चय को वह डिगा नहीं पाये। उन्होंने बताया कि कभी सड़क किनारे बैठकर उन्होंने नाश्ता किया तो कभी सहयोगियों की मदद से किसी के घर में तो कभी किसी रेस्टोरेंट में खाना खाया। अनेक स्थानों पर महिलाओं ने उनको तिलक लगाकर और हाथों में रक्षाकवच बांधकर उनकी यात्र की सुखद कामना की। ओमकार ने बताया कि गुजरात में भी उन्हें बहुत समर्थन मिला तथा सोशल मीडिया के दोस्तों ने भी उनका भरपूर साथ दिया। ओमकार का मानना है कि जीवन में यदि दृढ़तापूर्वक निश्चय किया जाये तो उसे कोई नहीं हरा पाता। इस यात्र में जहां उन्होंने राज्यों की सीमाओं को पार किया वहीं अनेकों बार राज्यों की भाषाओं की दुविधा का सामना भी करना पड़ा। उत्तर प्रदेश के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान के मीडिया के लोगों ने भी उन्हें सहयोग दिया और उनकी यात्र को अपने समाचार पत्रें में प्रमुखता से स्थान दिया साथ ही कई स्थानों पर इलेक्ट्रानिक मीडिया ने भी उनकी इस यात्र की कवरेज की। ओमकार ने बताया कि बंगलौर के बाद वह तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल बिहार, उत्तर प्रदेश होते हुए मार्च या अप्रैल में दिल्ली पहुंचेंगे जहां राजघाट पर अपनी यात्र सम्पन्न करेंगे।