रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। विगत दिवस गल्ला मंडी गेट के समीप अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हुईआशा कार्यकत्री ने सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय हल्द्वानी में दम तोड़ दिया। उनके निधन का समाचार मिलने पर चिकित्सा विभाग में शोककी लहर व्याप्त हो गयी। जानकारी के अनुसार बिंदुखेड़ा मोड़ छतरपुर निवासी 45वर्षीय आशा कश्यप पत्नी महेश चिकित्सा विभाग में आशा कार्यकत्री पद पर कार्यरत थी। गत 13 नवम्बर की रात्रि को आशा को किसी रोगी ने फोन कर अपने आवास बुलाया जिसके बाद पूजा अपने पुत्र के साथ बाइक परस वार होकर मोहल्ला रम्पुरा रवाना हुई। जब बाइक गल्ला मंडी गेट केसमीप पहुंची तो पीछे की ओर से आते अज्ञात वाहन चालक ने बाइक को टक्कर मार दी जिससे पूजा के सिर पर गंभीर चोटें आ गयीं। उसे उपचार के लिए चिकित्सालय ले जाया गया। उपचार कराने के पश्चात पूजा घार लौट आयी। बताया जाता है कि 14नवम्ब्र को पूजा की हालत अचानक तेजी से बिगड़ गयी। परिजन उसे उपचार के लिए सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय ले गये जहां विगत सायं पूजा ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया मृतका का पति महेश घर के समीप ही किराना का कारोबार करता है। उसकी दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं।
सड़क हादसे में मारी गयी आशा कार्यकत्री के परिजनों को मुआवजा और नौकरी देने की मांग को लेकर आशा कार्यकत्रियों ने उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्क्स यूनियन के बैनर तले जिला अस्पताल में धरना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि 11नवम्बर को आशा कार्यकत्री पूनम कश्यप की सड़क हादसे में मौत हो गयी थी। पूनम की मृत्यु ड्यूटी के दौरान हुई थी। ऐसे में मृतका के परिजनों को 10लाख रूपए मुआवजा और परिजनों में एक व्यक्ति को नौकरी दी जाये। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गयीं तो 15 दिनों के बाद आंदोलन तेज किया जायेगा। धरना देने वालों में ंकैलाश पांडे, नमिता पानू, रीता कश्यप, आनंद नेगी,उषा,रेखाा, ममता, सुनीता, अनीता, बबली, बेबी, कलावती आदि थे।