छठ महापर्वः सूर्य को अघ्र्य देकर की सुख समृिध की कामना
रूद्रपुर/गदरपुर(उद संवाददाता)। पूर्वांचल समाज का सुप्रसिद्ध महापर्व धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। पूर्वांचल समाज के लोगों ने निर्जल व्रत रखकर उगते सूर्य को अर्ध्य दिया। इससे पूर्व पूरी रात छठ पूजन स्थल पर भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्वांचल समाज के लोगों में उत्साह देखने को मिला। गत दिवस पूर्वांचल समाज के लोगों ने बाजार में पूजन सामग्री की खरीददारी की। देर सायं छठ पूजन स्थल पर व्रती लोगों के पहुंचने का क्रम शुरू हुआ। श्रद्धालुओं ने छठ पूजन स्थल पर पहुंचकर सपरिवार पूजा अर्चना की और छठ मइया से अपनी मनवांछित मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना की।इस दौरान महिलाओं ने कांच ही बांस के बहनिया बहंगी लचकत जाए, होख न सुरूज देव सहइवा बहंगी घाट पहुंचाए—केलवा जे फरेले धवद से उहे पर सुगा मंडराए—मारबउ रे सुगवा धनुष से– आदि गीत गाये जिसका लोगों ने जमकर आनंद लिया। गत सायं श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अध्य दिया और छठ पूजन स्थल पर पूरी रात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। आज प्रातः महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्ध्य देकर सुख समृद्धि की कामना की। पूर्वांचल समाज समिति के फुदेना साहनी ने बताया कि छठ महापर्व पूर्वांचल समाज का प्रमुख त्यौहार है। आज प्रातः उगते सूर्य को अर्ध्य दिया गया। इस दौरान मेयर रामपाल, किच्छा विधायक राजेश शुक्ला, भारत भूषण चुघ, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, हिमांशु गाबा, जगदीश तनेजा, सुरेश कोली, तरूण दत्ता सहित पूर्वांचल समाज समिति अध्यक्ष पंकज गुप्ता, महामंत्री फुदेना साहनी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। वहीं लालपुर के रामेश्वरपुर, महाराजपुर, कनकपुर, रामेश्वरपुर रोड और शिमला पिस्तौर में भी छठ घाटों को सजाया गया। सभी छठ घाटों पर पूजा की धूम रही। महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्ध्य दिया और सुख समृद्धि की कामना की। भाजपा नेता विपिन जल्होत्रा और पूर्व प्रधान संजय छाबड़ा ने सभी को छठ पर्व की बधाई दी। गदरपुर- नगर सहित आसपास के पूर्वांचली बाहुल्य ग्रामों में छठ माता के पूजन का पर्व प्रातः सूर्य भगवान को अर्द्व देने के उपरान्त विधिवत पूजा अर्चना के साथ धूमधाम से मनाया गया। सूर्य उपासना के नाम से जाना जाने वाला छठ पूजा व्रत कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है जिसमें पूर्वांचली ही नहीं, बल्कि हर समाज के लोगों द्वारा पूरी भक्ति भावना के साथ अपना सहयोग एवं योगदान दिया जाता है। गदरपुर के अलावा आसपास के नंदपुर, चकरपुर, लखनऊ, प्रेमनगर, आबादनगर, अलखदेवी- अलखदेवा, महावीरनगर, विक्रमनगर एवं सकैनिया आदि क्षेत्रों में भी छठ पर्व को धूमधाम के साथ मनाया गया। निकटवर्ती ग्राम इन्द्राकालोनी-चमनगंज में प्रातःकाल से पूर्व व्रत धारण करने वाली 100 से से अधिक महिलाओं ने ठन्डी नदी के किनारे छठ घाट पर गन्ने के पौधों को खडाकर टोकरियों में फल, फूल, मिठाई एवं अन्य सामग्री लेकर जल में खडे होकर सूर्य को अर्द्व देने के उपरान्त 36 घण्टों से धारण किये गये व्रत का परायण किया और छठ माता से परिवार की खुशहाली एवं सुख समृद्वि की कामना की। छठ व्रत को लेकर मान्यता है कि जो भी प्राणी निस्वार्थ सेवा भावना से छठ माता की आराधना करते हुए उनके व्रत को धारण करता है, छठ माता उसकी हर मनोकामना को पूरा करती है। मां से मांगी गयी कामना के पूरा होने पर भक्त मां का पिन्डी रूपी छठ माता का मंदिर बनवाता है। नदी के किनारे छठ माता के एक से एक सुन्दर मंदिर लोगों को अपनी और आकर्षित करते है। इधर, छठ पूजा के अवसर पर नगर में रेडरोज पब्लिक स्कूल के पास बहने वाली गदरपुरा- मझराशीला नहर पर बने छठ घाट पर भी व्रतधारी महिलाओं ने सूर्य को अर्द्व देकर अपने व्रतों का परायण किया गया। इस दौरान पालिकाध्यक्ष गुलाम गौस, क्षेत्रीय जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष राकेश भुडडी, सभासद मनोज गुम्बर, अमरजीत सिंह, परमजीत सिंह, रोहित कुमार सुदामा, जुनैद अंसारी, ब्रजेश कुमार बिल्लन, संतोष गुप्ता एडवोकेट, पं- राजीव गौतम, अजायब सिंह धालीवाल, मोहनलाल अरोरा, शिवओम शर्मा, पीयूष माटा, संजीव कुमार शर्मा, ज्ञानचंद बजाज, अजय गुप्ता, तारिक उल्ला खान, हरीश शर्मा डम्पी, सरस्वती देवी, पुष्पा पाण्डेय, सुनीता शर्मा, रिचा पपनेजा, किरन शर्मा, हीरा पाण्डेय, मीनू दूबे, अनीता शर्मा, श्यामवती, कैलाश रानी, शकुंतला वर्मा, सरोज वर्मा, इन्दू सिंह, राजकुमारी, शोभावती, कमला देवी एवं प्रियंका शर्मा सहित सहित तमाम महिला श्रद्वालु मौजूद थीं। वहीं, आसपास के नंदपुर, चकरपुर, लखनऊ, प्रेमनगर, आबादनगर, अलखदेवी-अलखदेवा, महावीरनगर, विक्रमनगर, बकैनिया एवं सकैनिया आदि क्षेत्रों में भी छठ पर्व को धूमधाम के साथ मनाये जाने के समाचार मिले हैं। छठ घाट पर किये गये सौंदर्यीकरण एवं सफाई व्यवस्था के लिए पूर्वांचल समाज के लोगों ने पालिका प्रशासन और पालिकाध्यक्ष गुलाम गौस के अलावा पालिका सभासद बोर्ड का विशेष धन्यवाद किया। बता दें कि पहली मर्तबा नहर की समुचित सफाई कर आस-पास के क्षेत्र में फांगिग कराई गई थी और छट घाट पर टाईल्सएवं बिजली की व्यवस्था को चाक-चैबंद किया गया था।