पंचायत में अर्थदण्ड वसूलकर नाबालिग का करा दिया विवाह
दिनेशपुर(उद संवाददाता)। कानून को धता बताते हुए क्षेत्र में नाबालिक लड़कियों की शादी का चलन आज भी जारी है। पुलिस को गुमराह कर नेता पंचायत कर लड़का- लड़की के परिवार से अर्थदण्ड वसूल कर गैरकानूनी शादी को भी जायज बता रहे हैं। महिला कल्याण संस्था के विरोध के बावजूद नाबालिग दुल्हन को छिपाकर रात भर भोज चलता रहा। ग्रामवासी और गांव के तथाकथित नेता खाने पीने में मस्त रहे। पुलिस ने भी खानापूर्ति कर अपना पल्ला झाड़ लिया है। परिजनों ने नाबालिग दुल्हन और दूल्हे को फरार कर दिया। जानकारी के अनुसार निकटवर्ती गांव खटोला पुलिया पाड़ा में गतरात्रि एक 13साल की नाबालिग लड़की के विवाह की पार्टी की गयी। बताया जा रहा है कि लड़का-लड़की के परिजनों ने कुछ रोज पहले मंदिर में शादी कर दी थी। गांव के कुछ नेताओं ने पंचायत कर शादी को जायज ठहराया था। दण्ड के तौर पर लड़की के पिता से 11हजार रुपये लिए गये। इसके बाद गतरात्रि पार्टी का आयोजन किया गया। नाबालिग लड़की की शादी की खबर महिला कल्याण संस्था की अध्यक्ष हीरा जंगपांगी को हुई तो उन्होंने थाने में शिकायत की। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन नेताओं ने पुलिस को गुमराह कर दिया। उन्होंने बताया कि शादी पार्टी नहीं बल्कि जन्मदिन की पार्टी हो रही है। इधर दूल्हा-दुल्हन को छिपा दिया गया। हीरा जंगपांगी ने बताया कि लड़की आधार कार्ड में 15 साल की है और राशन कार्ड में महज 13 साल की है। गांव के कुछ नेताओं ने मिलकर गैरकानूनी शादी करायी है। और परिजनों से मोटी रकम वसूल की है। उन्होंने बताया कि यदि जन्मदिन की पार्टी हो रही थी तो मंडप क्यों सजा था?नाबालिग लड़की कहां है? परिवार वालों ने दूल्हा-दुल्हन को छुपा क्यों रखा है? स्थानीय पुलिस के कार्यवाही न करने पर हीरा जंगपांगी ने रात में ही सारी जानकारी सीओ बाजपुर को दी। सवाल उठता है कि एक ओर हम चांद पर जा रहे हैं और आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर नाबालिग लड़कियों की शादी का सिलसिला नहीं थम रहा है। बता दें कि दिनेशपुर क्षेत्र में नाबालिग लड़कियों की शादी आम चलन है। स्थानीय नेता, पुलिस और गणमान्य लोग भी इसके प्रति उदासीन हैं।