बांग्लादेश सीमा पर पकड़ा महिला का हत्यारा
मृतका के थे अवैध संबंध, 12 सितम्बर को की थी महिला की हत्या
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। लगभग दो माह पूर्व ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में महिला की हत्या कर फरार हुए हत्यारोपी को पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद भारत बांग्लादेश सीमा पर गिरफ्तार कर लिया और उसे लेकर रूद्रपुर आ गयी। वह बांग्लादेश भागने की फिराक में था। हत्यारोपी मूलरूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला था और ट्रांजिट कैंप में मिठाई बनाने का काम करता था जहां उसके एक महिला से अवैध संबंध हो गये थे। जिसको लेकर पैसे के लेनदेन के विवाद में उसने महिला की हत्या कर दी थी और फरार हो गया था। इस मामले में ट्रांजिट कैंप थाने में रमेश पुत्र रवि बाला ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा कर दिया। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी वरिंदरजीत सिंह,एसपी क्राइम प्रमोद कुमार और एएसपी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि चांदपारा थाना गईघाटा 24 परगना नार्थ पश्चिम बंगाल निवासी 33वर्षीय ध्रुवो कुमार दास पुत्र भयामपद दास तीन वर्ष पूर्व मिठाई बनाने का काम करने के लिए ट्रांजिट कैंप आया था जहां उसकी मुलाकात प्रिया बाला से हुई थी जो उसके लिए खाना बनाती थी। इस दौरान दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व ध्रुवो कलकत्ता और वहां से मुम्बई चला गया। और लगभग 8-9 माह पूर्व वापस ट्रांजिट कैंप आ गया। संजयनगर खेड़ा में एक मिठाई वाले के यहां ंउसने करीब एक माह मिठाई बनाने का काम किया और अपने दोस्त मलय दास के मकान मेें किराये पर रहकर रसगुल्ले बनाकर घर घर बेचने का काम करने लगा। आरोपी और उसका दोस्त प्रिया बाला के घर खाना खाने जाते थे। इसी दौरान उसक और प्रिया के अवैध संबंध हो गये औैर वह अपनी कमाई का पैसा प्रिया को देने लगा। दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। बाद में उसने ट्रांजिट कैंप चैराहे पर दुकान ले ली और रोज डेढ़ हजार रूपए प्रिया को देता रहा तथा वहां एक कमरा और गोदाम भी किराये पर ले लिया।जब उसका दोस्त मलय दुकान पर जाता तो वह और प्रिया आपस में मिलते रहे जिसकी भनक मोहल्लेवासियों और महिला के पति को लग गयी। जिस पर उसका आना जाना बंद हो गया। ध्रुवो ने महिला के घर के पास ही रहने वाली एक अन्य महिला के घर खाना शुरू कर दिया और चोरी छिपे महिला से मिलता रहा। लेकिन बदनामी के डर से महिला ने उससे मिलने व फोन करने से मना कर दिया। आरोपी ध्रुवो उससे मिलना चाहता था लेकिन उसने साफ इंकार कर दिया जिस पर उसने प्रिया को दिये हुए 6 लाख रूपए मांगे जिस पर महिला ने उसे पुलिस में जाने की धमकी दे दी और उसका फोन उठाना बंद कर दिया जिस पर वह आक्रोशित हो उठा। उसने कई बार महिला को बुलाने का प्रयास किया और आखिरी बार वह महिला उससे मिलने को तैयार हो गयी जिस पर उसने अपने साथी मलय को दुकान पर भेज दिया। जब प्रिया उसके कमरे पर आयी तो वह अपने पैसे मांगने लगा लेकिन उसने पैसे देने से मना कर दिया जिस पर गुस्से में आकर उसने अपने हाथों से उसका गला दबा दिया और फिर गमछे से उसका गला घोंट उसकी लाश बिस्तर के नीचे छिपा दी और अपने साथी को दुकान पर जाकर सारी बात बता दी। हत्या के बाद वह अपने साथी मलय के साथ बस अड्डे पहुंचा जहां से दोनों रामपुर चले गये और रामपुर से ट्रेन से पश्चिम बंगाल पहुंच गये जहां से ध्रुवो और मलय अलग अलग हो गये। आरोपी ध्रुवो बांग्लादेश सीमा निवासी अपने रिश्तेदार के घर बोनगांव पर रूक गया। तभी उसे पता चला कि उत्तराखंड पुलिस उसे ढूंढ रही है जिस पर वह बांग्लादेश भागने का प्रयास करने लगा जहां उसकी मौसी बांग्लादेश के गांव खुलना में रहती है। जैसे ही वह बांग्लादेश जाने की फिराक में था तभी भारत बांग्लादेश बार्डर पेट्रो पोल पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मामले का खुलासा करने वाली टीम में थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप विद्यादत्त जोशी, एसआई धर्मेन्द्र आर्य, कां. प्रकाश भगत, उमेश पंत, प्रदीप नेगी, पंकज पोखरियाल आदि शामिल थे।