उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, महिला की मौत, तीन घायल
देहरादून(उद सहयोगी)। उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से जानमाल का खतरा बना हुआ है। बागेश्वर जिले के कांडा तहसील में एक कच्चा मकान जमीदोंज होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हो गए। उत्तरकाशी जिले के बड़कोट इलाके में पहाड़ी से गिरे बोल्डर से एक आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया। उस वक्त भीतर कोई मौजूद नहीं था। उधर, केदानाथ और बदरीनाथ हाईवे पूरे दिन बाधित रहा। यमुनोत्री और गंगोत्री में यातायात सुचारु रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिन नौ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बागेश्वर जिले में पूरी रात बारिश का दौर चला। यहां कांडा तहसील के ढोला गांव में एक मकान धराशायी हो गया। इसमें रह रही 22 वर्षीय विवाहिता प्रेमा देवी की मलबे में दबकर मौत हो गई। जबकि उसके ससुर, सास और एक बच्चा चोटिल हो गए। उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के ग्राम पिफियारा में पहाड़ी के टूटने से जबर सिंह के दो मंजिला मकान पर बड़ी चट्टðान आ गिरी। शुक्र ये रहा कि उस दौरान जबर सिंह और परिवार के अन्य सदस्य छानी यानी गौशाला गए हुए थे। दूसरी तरफ, केदारनाथ हाईवे पूरे दिन अलग-अलग स्थानों पर बाधित और खुलता रहा। सुबह जामू, डोलिया देवी के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण हाइवे पर आवाजाही बंद हो गई थी। दोपहर कुछ देर के लिए रास्ता खुला, लेकिन फिर से बाधित हो गया। बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में सुबह से ही बाधित चल रहा है। राज्य मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, चंपावत, टिहरी, चमोली और पिथौरागढ़ में अगले दो दिनों के अंतराल में भारी बारिश पड़ सकती है। घट्टðूगाड-सिलोगी मार्ग पर मलबा आने के कारण 12 घंटे तक यातायात ठप रहा। शुक्रवार सुबह मलबा हटाने के बाद मार्ग पर यातायात सुचारु हो पाया। लगातार हो रही वर्षा के चलते गुरुवार देर रात करीब 10 बजे घट्टðू गाड-सिलोगी मार्ग पर गदेल पानी के समीप भारी मात्रा में मलबा आ गया। जिससे मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। सूचना पाकर शुक्रवार सुबह पहुंची लोक निर्माण विभाग की जेसीबी ने मलबा हटाकर मार्ग को यातायात के लिए दुरुस्त किया। प्रातः 10 बजे इस मार्ग पर यातायात सुचारु हो पाया। स्थानीय निवासी विनोद जुगलान, बिजेंदर बिष्ट, छोटेलाल, कृष्णा नेगी आदि ने लोक निर्माण विभाग से इस मार्ग पर नियमित रूप से जेसीबी तैनात करने की मांग की है। उनका कहना था कि मार्ग बंद होने के कारण कई बार घंटों तक जाम की हालत से जूझना पड़ता है। चमोली जिले में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीती रात भारी बारिश के चलते पैनी और सेलंग के बीच खनोटी नाला भारी उफान पर आ गया। खनोटी नाले के रौद्र रूप के चलते 12 बजे अपने दुकानों में रह रहे लोगों ने भागकर जान बचायी। इसमें 3 दूकान पूरी तरह से बह गए और तीन दुकानें मलबे में दब गई। भारी मलबा आने के चलते 10 मीटर हाईवे बह गया है। यहां पर रात 12 बजे से हाईवे बंद है। दोनों ओर पर्यटक, श्रदालु और स्थानीय लोग हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे है। सेलंग के कल्पेश्वर भंडारी का कहना है कि बीती रात खनोटी नाले में उफान के चलते दीपक बिष्ट पैनी, अरविंद बिष्ट पैनी सुभाष सिंह सेलंग की दुकानें बह गई। इससे उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है। वहीं, कल्पेश्वर भंडारी, भरत सिंह बिष्ट की दुकान मलबे में दब गई। दून व आसपास के इलाकों में शुक्रवार को भी रुक-रुककर मूसलाधार बारिश का दौर जारी रहा। सुबह 10 बजे से दोपहर तक और फिर दोपहर बाद तीन बजे से देर शाम तक शहर के हाथीबड़कला, गढ़ीकैंट, एफआरआइ, शिमला बाईपास, राजपुर रोड, जाखन, अपर नत्थनपुर, रायपुर रोड, पटेलनगर, मालदेवता, सहस्रधारा, गुजराड़ा, आइटी पार्क, प्रेमनगर, चकराता रोड आदि क्षेत्र में तेज बारिश हुई। दिनभर आसमान में बादल छाये रहने से दून का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 30.7 व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 24.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पिछले चैबीस घंटे में देहरादून में 23.3 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। उधर, प्रदेशभर में 103 संपर्क मांर्ग अवरुद्ध रहे। बदरीनाथ हाईवे लामबगढ़ के पास अवरुद्ध रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आने वाले दो दिनों में देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, यूएस नगर व चंपावत जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि हरिद्वार, टिहरी, चमोली व पिथौरागढ़ जनपदों में कही-कहीं मध्यम बारिश की संभावना है। बीते सप्ताह प्रदेश में सबसे अधिक बारिश बागेश्वर जिले में और सबसे कम नैनीताल में हुई। सात से 14 अगस्त के बीच एक सप्ताह के बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो बागेश्वर में इन सात दिनों के भीतर सामान्य बारिश का आंकड़ा 73.9 मिलीमीटर है, जबकि बारिश 140.0 मिलीमीटर हुई। जो सामान्य से 89 फीसद अधिक हैं। प्रदेश में इस अवधि में सामान्य बारिश का आंकड़ा 99.5 मिलीमीटर है, जबकि बारिश 90.3 मिलीमीटर हुई जो सामान्य से नौ फीसद कम है। प्रदेश में केवल चार जिले बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी में बारिश सामान्य से अधिक हुई है।