पीलिया से किशोरी की मौत
परिजनों ने सेंचुरी पेपर मिल के प्रदूषित नाले को भूमिगत करने की उठायी मांग
लालकुआं(उद सवांददाता)। बिंदुखत्ता के घोड़ानाला क्षेत्र में बीमारियों से मरने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है यहां कई घरों में लोग पीलिया, खांसी, दमा और कैंसर जैसी बीमारी से पीड़ित हैं। पूर्व में यहां कई लोग इन गंभीर बीमारियों से ग्रसित होकर मर चुके हैं और हाल ही में कक्षा 12 की छात्र कामना देवराड़ी भी पीलिया की चपेट में आने के बाद काल के गाल में समा गई। कामना के परिजनों का कहना है कि यहां प्रदूषण की वजह से गंभीर बीमारियां भयावह रूप लेती जा रही हैं और इसी प्रदूषण ने उनकी बेटी की जान ले ली है। कामना के माता-पिता ने बताया कि यहां सेंचुरी पेपर मिल का गंदा नाला बहता है जिसकी वजह से यहां जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण भयावह रूप ले चुका है और इसी प्रदूषण की वजह से ही उनकी बेटी पीलिया जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आई जिसका लंबे उपचार के बाद सुशीला तिवारी में निधन हो गया कामना की माता ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों ने भी कहा था की आपके क्षेत्र में प्रदूषण काफी है जिसकी वजह से पीलिया जैसे रोग बच्चों को हो जाते हैं और ठीक उपचार नहीं मिला तो उनकी मृत्यु भी हो सकती है। परिजनों का कहना है कि सेंचुरी पेपर मिल से निकलने वाला गंदा नाला भूमिगत हो ताकि आने वाली पीढ़ी इस भयावह प्रदूषण से सुरक्षित रह सके। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण समिति के पदाधिकारियों ने भी पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर उन्हें सांत्वना दी और आश्वासन दिलाया कि प्रदूषित नाले को भूमिगत कराने के लिए समिति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और जब तक नाले को भूमिगत नहीं करा लेते
तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।