ग्रामीणों की सजगता से रुका बाल विवाह
गदरपुर। ग्रामीणों की सजगता एवं जिला बाल कल्याण समिति के प्रयासों से बंगाली बाहुल्य क्षेत्र में हो रहे एक बाल विवाह को रुकवाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात्रि निकटवर्ती ग्राम पिपलिया नंबर-1 में एक नाबालिग बालिका का विवाह कराया जा रहा था। कुछ जागरूक ग्रामीणों द्वारा रात्रि करीब 9 बजे इसकी सूचना जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डा- रजनीश बत्र को दी, उन्होंने गदरपुर पुलिस को बाल विवाह रुकवाने के निर्देश दिए। सूचना मिलने पर महतोष पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक ललित बिष्ट एवं प्रशिक्षु महिला उप निरीक्षक नीलम मेहरा ने सिपाही राकेश खेतवाल, विक्रम रावत, तारा दत्त पंत, राजेश भटट एवं महिला सिपाही चंपा मेहरा के साथ ग्राम पिपलिया नंबर-1 पहुंचकर नाबालिग बालिका के विवाह कार्यक्रम को रुकवा दिया, जिससे परिजनों में हडकम्प मच गया। डा- रजनीश बत्र एवं पुलिस टीम ने नाबालिग बालिका के परिजनों के अलावा निकटवर्ती ग्राम खटोला से आने वाली बारातियों से भी बातचीत कर नाबालिग बालिका के विवाह को अवैधानिक बताते हुए कानूनी कार्यवाही की चेतावनी दी, और परिवारों को समझा-बुझाकर नाबालिग बालिका के बालिग होने पर वैवाहिक कार्यक्रम को संपन्न कराए जाने के दिशा निर्देश दिए। नाबालिग बालिका के परिजनों द्वारा जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डा- रजनीश बत्र एवं पुलिस को लिखित में विवाह न कराने की सहमति पर मामले का पटाक्षेप कर दिया गया। जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डा- रजनीश बत्र ने बताया कि 18 वर्ष से कम आयु वाली बालिका का विवाह कराया जाना गैर कानूनी एवं गंभीर अपराध है।