भारी बारिश को लेकर हाई अलर्ट,कई जगह बादल फटने की संभावना

बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें, पिथौरागढ़ में बहा अस्थायी पुल

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देहरादून (उद संवाददाता)। करीब एक पखवाड़े बाद उत्तराखंड में मानसून की बारिश ने रफ्तार पकड़ी है। पिछले करीब 11 घंटे में देहरादून एवं आसपास इलाकों में 39-2 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई, जबकि पंतनगर में 36-1 व मुक्तेश्वर में 38-3 मिलीमीटर बारिश मंगलवार सुबह 11 बजे तक दर्ज की जा चुकी है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 12 जुलाई तक प्रदेश के सात जिलों में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत के अलावा देहरादून, पौड़ी टिहरी एवं चमोली में भारी बारिश परीक्षा से सकती है। उधर, देहरादून में सोमवार रात करीब एक बजे मूसलाधार बारिश शुरू हो गई थी, जो सुबह करीब सात बजे तक जारी रही। आधा घंटे की राहत के बाद सुबह 7-30 बजे से फिर बारिश ने जोर पकड़ लिया है। इस बीच बिंदाल एवं सिस्पना नदियों के साथ-साथ कई नाले उफान पर हैं। आइएमए के समीप पेड़ गिरने से हाईवे सुबह 10 बजे के करीब आधा घंटा बाधित रहा। शहर में जगह-जगह चैक चैराहों में जलभराव के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। रात को बारिश होने से दून के न्यूनतम तापमान में सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। इस दौरान तापमान 24-1 डिग्री सेल्सियस रहा। उधर, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी एवं उत्तरकाशी में भी मंगलवार सुबह से बारिश प्रारंभ हो चुकी है। वहीं, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री हाइवे पर यातायात सुचारू है। अब बरसात में केदारनाथ हाईवे मलबा आने पर भी बंद नहीं होगा। जिलाधिकरी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हाईवे पर कुल 27 जेसीबी मशीनें चैबीस घंटे तैनात रहेंगी। इससे मलबा आने की स्थिति में तत्काल काम शुरू हो जाएगा। बता दें प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की संभावनाओं के चलते मौसम विभाग ने सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मुताबिक, 12 जुलाई तक मौसम खराब रह सकता है, इसलिए प्रशासन को तैयार रहने को कहा गया है। लोगों से अपील की गई है कि अगर बारिश हो रही है तो वे घरों से नहीं निकलें। जरूरी सामान को इकट्टा कर लें। प्रशासन ने बिजली विभाग,पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसबाइ ,एडीबी, बीआरओ, सीपीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ विभागों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर रखा गया है। बारिश के कारण बंद सड़कों को तत्काल खोले जाने के भी आदेश दिए गए हैं। उधर, रूद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि विकास खंड के चमसिर गांव में सुबह पांच बजे बादल फटने से कई सम्पर्क मार्ग, बिजली लाइन और पेयजल लाइन को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। जिला प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि सुबह जैसे ही तेज बारिश शुरू हुई तो गांव के उपर से मलबा आने लगा और चारों ओर मलबे के साथ पानी बहने लगा।

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