बैठक में था डेरेदार के समर्थकों का बोलबालाःसंधू
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। गत दिवस श्री नानकमत्ता साहिब कमेटी द्वारा आयोजित संगत की बैठक में डेरेदार के समर्थकों का बोलबाला था। बैठक में श्री गुरूद्वारा नानकमत्ता साहिब की सम्पत्तियों पर किए गये अवैध कब्जे को खाली कराने पर विचार नहीं किया गया। यहां पत्रकारों से बातचीत करते गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी नानकमत्ता साहिब के महासचिव प्रीतम सिंह संधू ने कहा कि तराई सिख महासभा ने वर्ष 2008 से गुरूद्वारे की सम्पत्तियों पर अवैध कब्जा हटाने को लेकर आंदोलन किया। उच्च न्यायालय के निर्देश पर 22 दिसम्बर 2016 को कमेटी भी गठित की गयी। उन्होंने बताया कि वर्तमान विवाद डेरेदार द्वारा कमेटी व समाज का ध्यान बांटने के लिये खड़ा किया जा रहा है। क्योंकि कमेटी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि गुरूद्वारे की सम्पत्ति को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि गत दिवस गुरूद्वारा परिसर में संगत के नाम पर बुलाई गई बैठक में अधिकांश डेरेदार के समर्थक थे। श्री संधू ने बताया कि डेरेदार ने स्वयं स्वीकार किया कि गुरूद्वारा रीठा साहिब, गुरूद्वारा वागेश्वर व गुरूद्वारा दूधवाला कुंआ आदि वर्ष 2005 में ट्रस्ट बनाकर अधिग्रहण किया गया है। वहीं डेरेदार ने गुरूद्वारे की करीब 50 एकड़ भूमि पर अवैध कब्जा कर शिक्षण संस्थान को भी अपने अधीन कर लिया है। श्री संधू ने बताया कि उनके खिलाफ एक साजिश के तहत रपट दर्ज करवाई गयी। उन्होंने प्रबन्धक कमेटी पर बिना प्रस्ताव पारित किए 3-75 करोड़ रूपये का गलत उपयोग करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गलत कार्यों के खिलाफ वह हमेशा संघर्ष करते रहें है और भविष्य में भी करते रहेंगे। इस दौरान रणजीत सिंह, महेन्द्र सिंह, हरी सिंह आदि मौजूद थे।