एग्जिट पोल विश्वास करने लायक नहींः रावत

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हल्द्वानी। लोकसभा चुनाव के बाद आये एग्जिट पोल के नतीजों और ईवीएम में गड़बड़ी करने की आशंका पर पूर्व मुख्यमंत्री व नैनीताल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के परिणाम विश्वास करने लायक नहीं हैं। जमीनी हकीकत से दूर आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद तमाम एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किया। अंतिम चरण के लिए आठ राज्यों की 59 सीटों पर रविवार शाम छह बजे मतदान समाप्त हुआ। जिसके बाद सामान्य लोकसभा निर्वाचन के सभी चरणों का मतदान पूरा हो गया। मतदान का परिणाम 23 मई को आएगा, लेकिन इससे पहले ही एग्जिट पोल ने नई राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मनोवैज्ञानिक रूप से चुनाव के अगर यही परिणाम रहे तो ईवीएम मशीन पर सवाल उठेंगे। उन्होंने कहा कि देश की जनता का मूड बदलाव का था। मतदाता स्वयं बदलाव चाहता था, ऐसे में जनभावनाओं के विपरीत एग्जिट पोल के नतीजे प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने ईवीएम की सुरक्षा में गड़बड़ी की आशंका व्यक्त करते हुए कांग्रेस पार्टी के चुनाव एजेंटों को सचेत रहने की अपील करते हुए सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणी व्यक्त की है। हरदा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के जो काउंटिंग एजेंट्स हैं, वो सावधान रहें, जो लोग स्ट्रांग रूम में जहां बक्से रखे गये हैं, वो लोग भी सावधान रहें, बिना आग के धुआं नहीं निकलता है। जो ईवीएम मशीनें गायब होने के समाचार हैं और कुछ जगह ईवीएम मशीनें पकड़ी जा रही है, वो सत्यता है। हम लापरवाह रहेंगे तो गड़बड़ होगी। नैनीताल की काउंटिंग हल्द्वानी में हो रही है पांच चुनाव क्षेत्रों की। मुझे उम्मीदवार के रूप में गंभीर संदेह है कि पहले जिस तरीके से काउंटिंग होती थी उसमें जहां से बक्सा निकाला जाता था, उससे सीधे वो काउंटिंग हॉल में आ जाता था। इस बार बहुत जिक जैक रास्ता बना दिया गया है और रास्ते में कई स्थानों पर कॉलेज के कक्ष हैं, दूसरे बाथरूम हैं, ऐसी संभावना है जहां डुप्लीकेट बक्से रखे जा सकते हैं और रास्ते में बदले जा सकते हैं। मैंने प्रशासन तंत्र से अनुरोध किया कि आप वहां सीसीटीवी कैमरा लगाइये और उसका एक मॉनिटर रिखये जहां पर हमारे लोग बक्से और बक्से को लेकर के आने वाले लोगों का मूवमेंट देख सकें और रास्ते में पड़ने वाले सारे कमरों को सील कर दीजिये ताकि कहीं डुप्लीकेट बक्से ना रखे जा सकें और रास्ते में बदलने की संभावना ना पैदा हो, प्रशासन इसमें असमर्थता प्रकट कर रहा है। ये पहली बार हो रहा है कि बक्से स्ट्रांग रूम से निकलकर के काउंटिंग हॉल तक ऐसे मार्ग से होकर के गुजरेंगे जहां पर प्रत्याशी के लोग या प्रत्याशी स्वयं उन बक्सों का मूवमेंट नहीं देख सकता है।

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