तहसील परिसर में लहूलुहान हालत में मिली महिला
काशीपुर। तहसील परिसर में खून से लथपथ एक महिला के लावारिस हालत में पड़े होने की सूचना ने सुबह सवेरे इलाके में सनसनी मचा दी। पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद जोशी मई फोर्स के मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने तत्काल रक्त रंजित हालत में पड़ी महिला को उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय भिजवाया। समाचार लिखे जाने तक महिला की शिनाख्त नहीं की जा सकी है। आज सुबह तहसील कर्मी जब डड्ढूटी पर पहुंचे तो उन्होंने नई सब्जी मंडी की ओर लगे गेट के पास चारदीवारी के अंदर लगभग 50 वर्षीय एक महिला को खून से लथपथ बेहोशी की हालत में पड़े देखा। यह खबर जैसे ही जंगल में आग की तरह फैली मौके पर तमाशबीनों का मजमा लग गया। लोगों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को देने पर एसएसआई विनोद जोशी पुलिस कर्मियों को लेकर तत्काल मौके पर पहुंच गए और खून से लथपथ बेहोश पड़ी महिला को उठाकर उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय भिजवाया। महिला के मुंह पर गंभीर चोट लगने के कारण उसका पूरा चेहरा खून से भीगा हुआ था। सवाल यह है कि शाम को तहसील बंद होने के बाद इसके सभी गेट लॉक कर दिए जाते हैं ऐसे में महिला पर प्राणघातक हमला कर उसे तहसील परिसर में फेंका गया अथवा जान बचाते हुए बाउंड्री वॉल फांद कर वह खुद तहसील परिसर में आ गई यह जांच का विषय बना हुआ है।
संदिग्ध हालत में महिला की मौत
काशीपुर। तहसील में खून से लथपथ पड़ी महिला को जैसे ही उपचार के लिए ई रिक्शा में लादकर अस्पताल लाया गया एक महिला उसे देखकर मारे घबराहट के गश खाकर गिर पड़ी और पलक झपकते ही उसके प्राण पखेरू उड़ गए। पता चला है कि मोहल्ला महेश पुरा निवासी 50वर्षीय रोशन जहां पत्नी तस्लीम अहमद बीमार पुत्री का इलाज कराने के लिए पति के साथ राजकीय चिकित्सालय आई थी। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो इलाज के लिए खून से लथपथ महिला पर जैसे ही उसकी निगाह पड़ी वह गश खाकर गिर पड़ी और पलक झपकते ही उसके प्राण पखेरू उड़ गए। यह देख बेटी फफक फफक कर रोने लगी। घटना के बाद अस्पताल का माहौल भी कुछ देर के लिए गमगीन हो गया। बेटी के आंसू इस बात पर नहीं रुक रहे थे कि यदि मां उसे दिखाने के लिए अस्पताल नहीं आई होती तो शायद ममता का साया सिर से ना उठता।