जलाशय में डूबे युवक का 53 घंटे बाद शव बरामद
पुलिस ने वनकर्मी सहित तीन के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
गूलरभोज। शनिवार की सुबह तडके करीब 2-30 बजेे बौर जलाशय में डूबे युवक का शव करीब 53 घंटे बाद सोमवार को सुबह 7 बजे पानी में उतराता हुआ। एडीआर एफ एवं गोता खोरों ने पुलिस एवं ग्रामीणों की मदद से शव का पानी से बाहर निकाला और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गूलरभोज लाकर शव का परीक्षण किया। रंजीत के शरीर में छर्रे लगने के निशान थे और उसके मुंह में गले में पहनने वाला परना भी ठुंसा हुआ था। पुलिस ने शव को पंचनामें के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पाताल भिजवाया है। इधर, रंजीत सिंह का शव मिलने से ग्रामीणों में बेहद रोष बना हुआ है। ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद एवं आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिये जाने की मांग की है। जैसा कि विदित हो कि बीते शनिवार की सुबह 2-30 बजेे ग्राम ककराला निवासी रंजीत सिंह उर्फ मिठठू अपने साथी गुरमीत सिंह उर्फ जित्ता के साथ नाव में सवार होकर बौर जलाशय में मछली मारने के लिए गया हुआ था। जब दोनों जलाशय के मध्य में पहुंचे तो पीछे से दूसरी नाव में सवार होकर आए एक वन कर्मी और गांव के ही 2 युवकों ने उनका पीछा किया और फायरिंग कर दी जिसके परिणाम स्वरूप रंजीत सिंह को गोली लग गई और गुरमीत सिंह जान बचाने के लिए पानी में कूद गया। गुरमीत ने रंजीत के परिजनों को घटना और पुलिस को सूचित किया, जिसपर थानाध्यक्ष ललित मोहन जोशी ने रंजीत की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ एवं गोताखोरों की मदद से दो दिन तक लगाकर रंजीत की खोजबीन कराई, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। रंजीत की पत्नी प्रेमा कौर की तहरीर के आधार पर पुलिस ने वनकर्मी राजेश कुमार के अलावा ककराला निवासी गुरविन्दर सिंह एवं एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ धारा-302 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर हिरासत में ले लिया। जलाशय में डूबे रंजीत की खोजबीन में एसडीआरएफ टीम एवं गोताखोरों को सोमवार की सुबह 7 बजे रंजीत का शव जलाशय के पानी के उपर उतराता हुआ मिला। रंजीत के शव के मिलने की जानकारी होने पर मौके पर सैकडों की संख्या में ग्रामीणों की भीड उमड पडी। रंजीत की पत्नी प्रेमा कौर, पुत्री पिंका कौर, पुत्र गोल्डी एवं कृष्णा सहित तमाम परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने रंजीत की साजिशन हत्या करने का आरोप लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कडी कार्यवाही की मांग की। पुलिस द्वारा रंजीत के शव को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाकर परीक्षण किया गया। रंजीत सिंह के बदन में छर्रों के निशान के अलावा मुंह में गले में बांधा जाने वाला परना ठुंसा हुआ था। थानाध्यक्ष ललित मोहन जोशी ने बताया कि आरोपी वन कर्मी को गिरफ्तार किया जा चुका है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने रंजीत के शव को पंचनामे के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। उधर, रंजीत की निर्मम तरीके से हत्या किये जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने पुलिस चैकी गूलरभोज का घेराव किया और मामले की निष्पक्षता से जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की। घेराव करने वालों में बलजीत सिंह, जगीर सिंह, मंगू सिंह, जरनैल सिंह, बल्देव सिंह, जगदीश सिंह, दीप कौर, बंतो कौर, बलविन्दर कौर, मिंदा कौर, प्रीतो बाई, प्रेमा कौर आदि तमाम ग्रामीण मौजूद थे।