रूद्रपुर में हुए बवाल के लिए पुलिस अधिकारी दोषीःबेहड़
रूद्रपुर। गतरात्रि नगर में हुए बवाल को रोकने में मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी पूरी तरह से नाकाम रहे। यदि अधिकारियों ने सूझबूझ दिखायी होती तो इस घटना को रोका जा सकता था। अपने कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए पूर्व काबीना मंत्री तिलकराज बेहड़ ने कहा कि गतरात्रि उन्हें मुख्य बाजार में इस घटना की जानकारी मिली जिसके पश्चात वह गनर को लेकर मौके पर पहुंचे और वहां लोगों की भीड़ लगी थी। श्री बेहड़ ने बताया कि उन्होंने वहां खड़े लोगों से घटना की जानकारी ली। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी व अन्य पुलिसकर्मी एक समाज विशेष के लोगों के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे थे तथा लाठियां फटकारकर उन्हें दूर तक खदेड़ रहे थे। श्री बेहड़ ने कहा कि अपने राजनैतिक जीवन में उन्होंने पहली बार पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा एक समाज विशेष के साथ ऐसा गलत व्यवहार देखा। उन्होंने कहा कि यदि ट्रक चालक की गलती थी तो उसे तुरन्त पकड़कर कोतवाली ले जाते और नियमानुसार उसके खिलाफ कार्रवाई करते लेकिन पुलिस अधिकारियों ने ऐसा नहीं ंकिया जिस कारण मौके पर लोगों की भीड़ बढ़ती गयी। श्री बेहड़ ने कहा कि यदि अधिकारी सूझबूझ से काम करते तो लोगों को समझाबुझाकर रास्ते का हल निकाल लेते जिससे शहर का माहौल नहीं बिगड़ता। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने अपनेे गलत व्यवहार से क्षेत्र में दहशत फैलायी। इतना ही नहीं, बाजार के भीतर तक आकर लोगों पर लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा कि गतरात्रि गुरूद्वारा सिंह सभा गोल मार्केट में इस घटना को लेकर बैैठक भी आयोजित हुई जिसमें हुए फैसले की उन्हें अभी जानकारी नहीं है लेकिन जो भी फैसला हुआ होगा उसका वह स्वागत करते हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि उनके मौके पर जाने से अधिकारियों को आचार संहिता का उल्लंघन करना बताया जा रहा है जबकि वह घटना के घटित होने के पश्चात मौके पर पहुंचे थे। यदि पुलिस अधिकारी बावजूद इसके आचार संहिता का उल्लंघन मानते हैं तो वह उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा सकते हैं। वार्ता के दौरान हरभजन सिंह विर्क, इंद्रजीत सिंह, हरनाम नारंग, उपकार सिंह काली, जसविंदर सिंह जस्सा, मंजीत सिंह, सुरमुख सिंह विर्क, गुरचरन सिंह, कुलजीत सिंह, बलविंदर सिंह विर्क आदि मौजूद थे।