ठेका कर्मियों की संभावित छंटनी के विरोध में पनेरू ने दिया सांकेतिक धरना
ठेका कर्मियों की संभावित छंटनी के विरोध में पनेरू ने दिया सांकेतिक धरना
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
पंतनगर। विश्वविद्यालय चल रही ठेका कर्मियों की छंटनी की सुगबुगाहट के बीच प्रशासनिक भवन पहुंचे कांग्रेस प्रदेश सचिव हरीश पनेरु ने सांकेतिक धरना दिया। साथ ही कुलपति को संबोधित ज्ञापन सौंपकर छंटनी नहीं किए जाने की गुहार लगाई। चेतावनी दी कि एक भी कर्मी को हटाया गया तो अनिश्चित कालीन आंदोलन छेड़ा जाएगा। बुधवार सुबह 11ः30 बजे प्रशासनिक भवन पहुंचे पनेरु पूर्वी गेट पर सांकेतिक धरने पर बैठ गए। जिससे प्रशासन में खलबली मच गई और आनन-फानन गेट बंद करवा दिए गए। पनेरू ने कहा कि विश्वविद्यालय में ठेका कर्मी 15-20 वर्षों से कार्य कर रहे हैं और अपने बच्चों का भरण पोषण कर रहे हैं। यदि उन्हें इस स्थिति में हटाया गया, तो उनके सामने भूखों मरने की नौबत आ जाएगी। यदि प्रशासन को खर्च ही कम करने हैं तो सेवानिवृत्त हो चुके कर्मियों को हटाकर एवं प्रशासनिक पदों पर जमे अधिकारियों के वाहन व चालक वापस लेकर भरपाई की जा सकती है। एक और प्रदेश सरकार रोजगार देने की बात कर रही है वही बेरोजगारी को बढ़ावा देने में भी पीछे नहीं है। नीरू ने कुलपति को सौंपे ज्ञापन में कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय में कार्यरत ठेका श्रमिकों को माह जून के बाद बिना कारण लगभग 1800 ठेका कर्मियों को बेरोजगार करने की साजिश रची जा रही है जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि उक्त ठेका कर्मी काफी लंबे समय से पंतनगर विश्वविद्यालय के अंदर अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा उनकी रोजी रोटी का एकमात्र साधन यही कार्य है। पनेरू ने कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय में ठेका कर्मियों को किसी भी हालत में नहीं निकाला जाना चाहिए अन्यथा वह पन्द्रह दिन बाद विश्वविद्यालय के प्रशासनिक गेट पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होंगे।