प्रशासन की सजगता से रूद्रपुर में फैलने से रूका कोरोना संक्रमण

संक्रमित मिली लड़की घर पहुंचती बढ़ सकती थी दिक्कत, घर पहुंचने से पहले परिवार के साथ किया गया था क्वारंटीन

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प्रशासन की सजगता ने खेड़ा बस्ती को संक्रमण से बचाया
रूद्रपुर (उद संवाददाता)। बार्डर पर पुलिस प्रशासन की सजगता से रूद्रपुर में कोरोना संक्रमण फैलने का बड़ा खतरा टल गया। दरअसल कल जो दस वर्ष की लड़की संक्रमित पायी गयी है वह दिल्ली से अपने परिवार के साथ रूद्रपुर आई थी। घर पहुंचने से पहले उसे बार्डर से ही पुलिस प्रशासन ने जांच के बाद क्वारंटीन सेंटर भेज दिया। अगर परिवार को होम क्वारंटीन के लिए भेजा जाता तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते थे । बार्डर पर बीते दिनों बाहर से आने वालों के प्रवेश को लेकर पुलिस प्रशासन की कुछ चूक सामने आयी थी। जिसके बाद एसएसपी के निर्देश पर बाॅर्डर पर और सख्ती की गयी। जिसके अब सार्थक परिणाम सामने आ रहे है। अब बार्डर पर अवेध रूप से घुसपैठ की हर कोशिश को पुलिस नाकाम कर रही हैं साथ ही जो लोग किसी तरह से बार्डर पर पहुंच रहे हैं उनकी आवश्यक जांच पड़ताल के साथ ही उन्हें तत्काल क्वारंटीन किया जा रहा है। इसी सतर्कता की वजह से खेड़ा बस्ती को संक्रमण फैलने से बचा लिया गया। बता दें कल रूद्रपुर की खेड़ा बस्ती की निवासी दस वर्ष लड़की कोरोना पाॅजिटिव पायी गयी है। यह लड़की 12 मई को दिल्ली से अपने परिवार के छह सदस्यो के साथ दिल्ली से बार्डर पहुंची थी। ये लोग लाॅकडाउन से पहले दिल्ली में अपने किसी रिश्तेदार के यहां गये थे। लाॅकडाउन के बाद उक्त लोग वहीं पर फंस गये। 12 मई को ये लोग किसी तरह दिल्ली से इनोवा बुक करके रामपुर तक पहुंच गये। वहां से पैदल रूद्रपुर की ओर चल दिये। स्वार से इन्हें एक अन्य वाहन चालक ने अपने वाहन में बैठाकर बार्डर तक छोड़ दिया। यहां पर जांच पड़ताल के दोरान इन्हे ंप्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला अस्पताल स्थित क्वारंटीन सेंटर भेज दिया और सभी के सेंपल जांच के लिए हल्द्वानी भेजे गये। बीती शाम जांच रिपोर्ट मे ंदस वर्षीय लड़की कोरोना पाॅजिटिव पायी गयी जबकि परिवार के अन्य लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव पायी गयी। उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद आज उन्हें जिला अस्पताल से होम क्वारंटीन के लिए घर भेज दिया गया। कोरोना पााॅजिटिव लड़की जिस बस्ती की रहने वाली है वह घनी आबादी वाली है। बार्डर से किसी तरह ये लोग 12 मई को घर पहुंच जाते तो दिक्कत बढ़ सकती थी। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने यहां पर जो समझदारी दिखायी उसकी वजह से बस्ती ही नहीं बल्कि शहर के लोग भी राहत महसूस कर रहे हैं। बीती शाम जब यह खबर फैली कि खेडा बस्ती की दस वर्षीय लड़की कोरोना पाॅजिटिव मिली तो वहां खलबली मची रही। बाद में लोगों को यह जानकर राहत मिली कि कोरोना संक्रमित लड़की खेड़ा बस्ती में पहुंची ही नही थी बल्कि उसे बार्डर से ही क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया था। अधिकारियों ने भी माना है कि खेडा बस्ती तक लड़की पहुंच जाती तो दिक्कत बढ़ सकती थी। वैसे भी कुमांऊ में दस वर्षीय बच्ची मे ंकोरोना संक्रमण् की पुष्टि का यह पहल मामला है। इससे पहले देहरादून में नो माह के बच्चे में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। जो 23 अप्रैल को स्वस्थ होकर घर जा चुका है। अब कुमांऊ में किसी बच्चे को कोरोना संक्रमण होने का यह पहला मामला सामने आया है।

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