ना मास्क,ना सोशल डिस्टेंसिंग,सड़क पर हो रहा हुड़दंग

गंगापुर रोड पर खुलेआम उड़ रही लाॅकडाउन की धज्जियां,सुबह टहलने के बहाने लग रहा लोगों का मेला 

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ना मास्क,ना सोशल डिस्टेंसिंग,सड़क पर हो रहा हुड़दंग
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। जिले में कोरोना के बढ़ते मामले जहां प्रशासन की नींद उड़ा रहे हैं। वहीं लोग अब भी कोरोना संक्रमण के खतरे को मजाक में ल रहे हैं। सड़कों पर अब भी बड़ी संख्या में लोग न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क पहन रहे हैं। ऐसा नजारा गंगापुर रोड पर रोज देखने को मिल रहा है। यहां सुबह और शाम को बड़ी संख्या में लोग झुण्ड बनाकर टहलने निकलते हैं। इनमें से अधिकांश न तो सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हैं और न ही मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। कई युवक तो सड़क पर स्पीकर बजाकर हुड़दंग मचा रहे हैं। शिकायत के बावजूद पुलिस इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कोरोना रूपी राक्षस के आतंक से पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना की रोकथाम के लिए तमाम कोशिशों के बावजूद रोज नये केस सामने आ रहे हैं। जिसके चलते देश में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए चैथे चरण का लाॅकडाउन भी घोषित हो चुका है। तीसरे चरण का लाॅकडाउन आज पूरा होने जा रहा है। शासन प्रशासन लोगों से बार-बार सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की अपील कर रहा है। इसके बावजूद लोग समझने को तैयार नहीं है। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य घोषित किया गया है। मास्क न पहनने पर जुर्माने के साथ साथ कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है। इसके बावजूद लोग नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। शहर के गंगापुर रोड पर बीते कई दिनों से रोज लाॅकडाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। तीसरे चरण के लाॅकडाउन में प्रशासन ने शाम चार बजे से सुबह सात बजे तक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी के लिए घूमने फिरने पर प्रतिबंध लगा रखा है। यानि अति आवश्यक कार्य से ही लोग शाम चार बजे से सुबह सात बजे तक घरों से बाहर निकल सकते हैं। बाजारों में प्रशासन के इस आदेश का बखूबी पालन भी हो रहा है। शाम को चार बजे से सुबह सात बजे तक बाजारों में सन्नाटा नजर आता है। दिन में भी सोशल डिस्टेसिंग का पालन यदि किसी दुकान पर नहीं तो तो प्रशासन इन दुकानदारों पर बकायदा चालान की कार्रवाई कर रहा है। सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने के लिए प्रशासन ने रेडक्रास सोसायटी की टीम और व्यापार पदाधिकारियों को भी चालान काटने के अधिकार दे रहे हैं।

 

यह सब इसलिए किया गया है ताकि कोरोना का संक्रमण रूके और लोग सोशल डिस्टेसिंग और मास्क की अनिवार्यता को गंभीरता से समझें। लेकिन गंगापुर रोड पर सैकड़ों लोग प्रशासन के इस आदेश को पलीता लगा रहे हैं। आलम यह है कि इस रोड पर सुबह चार बजे से लेकर छह बजे तक लोगों का मेला लगा रहता है। लोग झुण्ड बनाकर सड़क पर टहलने निकल रहे हैं। इनमें से अधिकांश लोग न तो मास्क पहने होते हैं और न ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हैं। इन्हें न तो कोरोना का खौफ है न ही प्रशासन का डर। कई युवक तो गंगापुर रोड पर सड़क पर इस तरह जमा हो रहे हैं जैसे पिकनिक मनाने आये हैं। ये युवक फुलसुंगी के शमशान घाट पर स्थित पुलिया पर घंटों तक डेरा जमाये रहते हैं। यहां पर बकायदा स्पीकर चलाकर हुड़दंग मचाते इन्हें रोज देखा जा सकता हैं। कई युवक तो माॅर्निंग वाक के लिए आने वाली युवतियों और महिलाओं पर फब्तियां कसने से भी बाज नहीं आते। यहीं नहीं कई प्रेमी जोड़े भी सड़क पर सुबह सबेरे मटरगश्ती करते हुए लाॅकडाउन की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। खुलेआम सड़क पर घूमने वाले युवकों को पुलिस प्रशासन का कोई खौफ नहीं है। बताया जाता है कि सड़क पर मौज मस्ती करने के लिए निकलने वाले इन युवकों में कुछ युवक हाल ही में दूसरे प्रदेशों से भी आये हुए हैं और इन्हें होम क्वारंटीन की सलाह दी गयी है। इन्हें न तो प्रधानमंत्री की अपील की परवाह है और न हीं कोरोना का डर। दो गज की दूरी तो दूर दो इंच की दूरी रखने से भी ये परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन की तमाम कोशिशों को पलीता लगता नजर आ रहा है।

पुलिस से शिकायत का भी नहीं हुआ कोई असर

रूद्रपुर। गंगापुर रोड पर माॅर्निंग वाॅक के नाम पर लग रहा लोगों का मेला नई मुसीबत खड़ा कर सकताा है। लेकिन पुलिस इसे लेकर गंभीर नहीं है।

कुछ जागरूक लोगों ने गंगापुर रोड पर सुबह सबेरे लाॅकडाउन के उल्लंघन और सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ाये जाने की जानकारी 112 पर दी थी। जिसके बाद वहां से ट्रांजिट कैम्प थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी। लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। बताया जाता है कि शिकायत करने वालों से पुलिस का कहना था कि वह किस-किस को रोकें। सवाल यह है कि लाॅकडाउन के नियम कानून सिर्फ बाजार तक ही सीमित है। क्या बाजार से बाहर सभी को लाॅकडाउन के नियमों को तोड़ने की पूरी छूट है ? बाजार में किसी व्यापारी द्वारा जरा भी लापरवाही की जाती है तो उसका चालान काट दिया जाता है दूसरी तरफ बाजार से बाहर रोज नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाना आम हो चुका है। यह बात सही है कि प्रशासन सब पर नजर नहीं रख सकता। लोगों को खुद भी जागरूक होना पड़ेगाा। लेकिन शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होना पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े करता है। लोग तो अब यह भी कहने लगे हैं कि कोरोना काल में जब से पुलिस का जगह-जगह स्वागत सत्कार होने लगाा है तब से पुलिस भी अब कानून तोड़ने वालों पर नरम हो गयी है।

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