राशन के लिये धक्के खाने को मजबूर रविन्द्र नगर और दरियानगर के वांशिदें
कोई स्थाई नही कोटा धारक,हर माह बदल जाती राशन कोटे की दुकान
राशन के लिये धक्के खाने को मजबूर रविन्द्र नगर और दरियानगर के वांशिदें
रुद्रपुर (उद सम्वाददाता)। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये पूरे देश में लाॅकडाउन लगा हुआ है। शासन प्रशासन इसका पालन कराने के लिये निरन्तर प्रयासरत है। सरकार द्वारा राशन कार्ड धारक को पहले से निर्धारित राशन से अधिक मात्रा में राशन उपलब्ध कराने का ऐलान कर लोगों को मदद पहुंचायी जा रही है। लेकिन रविन्द्र नगर और दरिया नगर के निवासियों के लिये बड़ी अजीब स्थिति बनी हुई है। रविन्द्र नगर और दरियानगर के वाशिन्दें राशन के लिये कभी कहां तो कभी कहां जाने के लिये धक्के खा रहे है। लाॅक डाउन के चलते अधिकांश लोगों का काम धंधा चैपट है। ऐसे में पेट भरने के लिये हर किसी को खाद्यान्न सामग्री की दरकार है। गरीब,मजदूर और असहाय लोगों को लालन-पालन ही कोटे के राशन से होता है। ऐसे में उन्हे पता ही न हो कि राशन कहां से मिलना है तो ऐसे में उन्हे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राशन कोटा धारक की दुकान हर माह परिवर्तित हो जाने के चलते उन्हे राशन लेने के लिये काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड नम्बर 37 रविन्द्र नगर और दरिया नगर के कार्ड धारकों को आज 13 मई तक राशन उपलब्ध नही हुआ है। पूर्व में उक्त वार्ड के लोगों को राशन देने के लिये गांधी आश्रम के निकट स्थित केन्द्रीय उपभोक्ता भंडार की दुकान आवंटित थी। लेकिन किसी कारणवंश वार्ड नम्बर 37 के लोगों को वहां से राशन देना बंद हो गया। तब से हर माह कभी किस कोटा धारक को तो कभी किस कोटा धाारक को वार्ड नम्बर 37 के लोगों को राशन देने के लिये अधिकृत किया जाने लगा। अधिकांश वार्ड वासियों को पता ही नही चल पाता कि इस माह उन्हे किस दुकान से राशन मिलेगा। पिछले माह संजय नगर स्थित कोटा धारक सुशील कुमार द्वारा राशन उपलब्ध कराया गया। लेकिन इस माह फिर नही पता कि किस दुकान के उन्हे चक्कर लगाने है। ंजिसके चलते वार्ड वासियों में काफी आक्रोश है और उनकी प्रशासन से मांग है कि उनके लिये कोई स्थाई कोटा धारक का निर्धारित की जाये, ताकि उन्हे हर माह धक्के न खाने पड़े।