शिक्षा विभाग को आनलाईन पढ़ाई शुरू करने के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश
शिक्षा विभाग को आनलाईन पढ़ाई शुरू करने के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
रूद्रपुर। जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल ने अपने कक्ष में शिक्षा विभाग के अधिकारियो के साथ वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के तहत लाॅक डाउन अवधि में अध्यनरत छात्र- छात्राओं का पठन-पाठन वाधित न हो के सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण बैठक ली व सम्बन्धित अधिकारियो को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होने शिक्षा विभाग को लाॅकडाउन अवधि में अध्यनरत छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन आॅनलाईन संचालित करने हेतु प्लान तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होने मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्या को निर्देश दिये है कि छात्र-छात्राओं की पढाई सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो इसके लिये शिक्षकों को मोबाईल जूम एप के तहत प्रशिक्षण दिया जाय व शिक्षकों के साथ समन्वय स्थपित करते हुये शिक्षको को मोबाईल एप की भी जानकारी दी जाय। उन्होने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता है कि छात्र-छात्राओं की पढाई प्रभावित न हो। इसके लिये विभाग शीघ्र तैयारी करें व शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करें कि छात्र-छात्राओं को जितनी पढाई रेगुलर क्लास के तहत दी जाती है उसी के तहत छात्रों की पढाई आॅनलाईन संचालित की जाय ताकि बच्चों की पढाई प्रभावित न हो। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिन्दरजीत सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, प्रशिक्षु आईएएस विशाल मिश्रा, जिला शिक्ष अधिकारी अशोक कुमार, उप शिक्षा अधिकारी रवि मेहता, खण्ड शिक्षा अधिकारी गुंजन अमरोही आदि उपस्थित थे।
क्या फीस कम करने का भी कोई उपाय है यह सिर्फ अभिभावकों को लूटने की तैयारी चल रही है अभी स्कूलों का कोई खर्चा नहीं हो रहा है फिर भी वह हमसे उतनी फीस ले रहे हैं जितनी पहले लेते थे तीन सेक्शन को एक ही टीचर पढ़ा देती है स्कूल का ना बिजली खर्च हो रहा है ना कोई एक्टिविटी हो रही है जिस पर कि पैसा खर्च हो सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है उसमें कितना खर्च आता है और अगर टीचर्स को सैलरी देनी है तो स्कूल खुद दे क्योंकि पिछले साल तक तो हमसे बहुत लूट चुके हैं हम से सिर्फ उतना ही लें जितना हम यूज कर रहे हैं इस महामारी में कई लोगों की जॉब चली गई है कुछ लोगों को आधी सैलरी आ रही है और उससे भी ज्यादा वकीलों के हाल खराब है मार्च से बन्द हुआ कोर्ट जून आ गया अभी तक खुला नहीं है खाने के पैसे है नहीं फीस कहां से लाएं क्या यही फंडा है अमीरों को अमीर बनाया जाए और गरीबों को गरीब मुझे सिर्फ इसका जवाब चाहिए