वरिष्ठ समाजसेवी करतार सिंह चिलाना का आकस्मिक निधन
लगातार 30 वर्षों तक निभाया रावण की भूमिका का किरदार
वरिष्ठ समाजसेवी करतार सिंह चिलाना का आकस्मिक निधन
गदरपुर। 30 वर्ष तक लगातार रामलीला मंचन में लंकापति रावण का अभिनय करने वाले वरिष्ठ समाजसेवी करतार सिंह चिलाना का गुरुवार को उपचार के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। करतार सिंह चिलाना के आकस्मिक निधन पर विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, व्यापारिक राजनीतिक, शैक्षिक एवं अन्य संस्थानों से जुड़े लोगों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सन 1948 में भारत पाकिस्तान के बंटवारे के उपरांत भारत पहुंचे गुरुदत्ता मल के घर में करतार सिंह चिलाना का जन्म हुआ था। पाकिस्तान के क्षेत्र से उजड़ कर आए परिवार ने मेहनत मजदूरी करके समाज में एक अच्छा मुकाम हासिल किया। करतार सिंह चिलाना को अभिनय का शौक था। अपने अभिनय की इसी अदाकारी के दम पर करतार सिंह चिलाना ने लगातार 30 वर्षों तक श्री रामलीला कमेटी अनाज मंडी में लंका पति रावण की भूमिका का सफल अभिनय करते हुए अपनी पहचान बनाई। उनके अभिनय को देखने के लिए दूरदराज से लोग रामलीला को देखने आते थे। करीब 8 दिन पूर्व करतार सिंह चिलाना के अस्वस्थ होने पर परिजनों द्वारा एक निजी चिकित्सक को दिखाया गया परंतु हालत गंभीर होने पर उन्हें हल्द्वानी के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां गुरुवार को उन्होंने दोपहर करीब 1ः 30 बजे अंतिम सांस ली। दिवंगत करतार सिंह चिलाना का गुरुवार की शाम करीब 5ः30 बजे गमगीन माहौल में नगर के मुक्तिधाम श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे, विजय सुखीजा, राजेंद्र पाल सिंह, राकेश भुड्डी, पंकज सेतिया, नरेंद्र सिंह ग्रोवर, अजीत भूसरी, हरविंदर सिंह ग्रोवर, मनीष फुटेला, राजेश गुंबर मिन्नी, हरिचंद छाबड़ा, प्रीत राज चिलाना एवं जितेंद्र सिंह ग्रोवर आदि ने भी सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए उनके अंतिम संस्कार मैं शिरकत प्रदान की और शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी।