सिडकुल भूमि को सुरक्षित नहीं रख पा रहे विभाग
पैमाईश के लिए दोनों विभागों को नही मिल रहे फिक्स प्वाइंट, अब नापजोख के लिए विभागों ने सर्वे ऑफ इंडिया से किया पत्राचार
सितारगंज। सिडकुल को हस्तातंरित 2900 एकड़ भूमि का जमीनी स्तर पर कोई हिसाब-किताब नही है। बेशकीमती भूमि में अवैध निर्माण, कब्जों के बाद इसका खुलासा हुआ है। सिडकुल प्रशासन, राजस्व विभाग को भूमि नापने के लिए फिक्स प्वाइंट ही नही मिल रहे है। इस वजह से दोनों विभागों ने सर्वे ऑफ इंडिया से पैमाइश कराने के लिए सिफारिश की है। सेंट्रल जेल, सम्पूर्णानंद शिविर से सिडकुल को हस्तांतरित 2900 एकड़ भूमि का जमीनी स्तर पर कोई अता पता नही है। भूमाफिया प्रशासन की इसी दरियादिली के कारण बेशकीमती भूमि में अवैध निर्माण, कब्जे करने में सफल हो गये है। अवैध कब्जों की शिकायत एसडीएम से की गई है। इसके बाद सिडकुल प्रशासन, राजस्व, बंदोवस्त विभाग के अफसरों ने नापजोख शुरु की। लेकिन हस्तातंरित भूमि के फिक्स प्वाइंट यानि पिलर नही मिलने के कारण पैमाईश की प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है। केवल कल्याणपुर में अवैध कब्जों का अभी तक खुलासा हो सका है। प्र“लाद पलसिया, बरा, मीरा बारहा राणा, उकरौली आदि क्षेत्रों में कब्जाई गई सिडकुल की जमीन की नपत बाकी रह गई है। इसके लिए राजस्व, सिडकुल विभाग ने सर्वे ऑफ इंडिया से पैमाईश कराने के लिए पत्राचार किया है। सिडकुल के सर्वेयर राकेश पांडे ने बताया कि हस्तातंरित 2900 एकड़ भूमि के सर्वे निशान नही मिल रहे है।