कृषि क्षेत्र में पंत विवि का महत्वपूर्ण योगदानःत्यागी
वेटेनरी की छात्रा अरुणा को मिला कुलाधिपति स्वर्ण पदक और कुलपति स्वर्ण पदक पुरस्कार
पंतनगर। पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय का 32वां दीक्षांत समारोह विवि के आडिटोरियम गांधी हाल में आयोजित किया गया जिसका मुख्य अतिथि प्रगतिशील कृषक पद्मश्री भारत भूषण त्यागी और राज्यपाल व विश्वविद्यालय की कुलाधिपति बेबी रानी मौर्य ने विधिवत रूप से दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। मुख्य अतिथि प्रगतिशील किसान श्री त्यागी ने कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय ने पिछले कई दशकों में सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं। पंतनगर विवि कृषि क्षेत्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। पंत विवि में अनेकों प्रजातियों की फसलों का विकास किया गया है। यहां के बीज पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के इस युग में शिक्षा व शोध के क्षेत्र में अनेक बदलाव आये हैं और भारत के कृषि प्रवेश में भी अनेक सुखद बदलाव हुए हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में बढ़ती लागत चिंताजनक है। वैज्ञानिकों को इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि आम किसान भी इसका लाभ ले सकें और कम लागत से लाभ का प्रतिशत बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि विश्व के हर क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा व भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए वैज्ञानिक और कारगर कदम उठायेंगे जिससे विश्वविद्यालय की उपयोगिता बनी रहे। पंत विवि देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय है जिसके लिए सतत प्रयत्नशील रहना होगा। कुलपति डॉ- तेज प्रताप ने कहा कि छात्र देश में कृषि को नई दिशा दें और देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरें। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादकता में वृद्धि की चुनौतियों का सामना करें। बदलते मौसम में कृषि के क्षेत्र में आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए वैज्ञानिक शोध को नई दिशा दें। उन्होंने कहा कि देश में कृषि विवि में पंत विवि का 38वां स्थान है और ब्रिक्स देशों में कृषि विवि के बीच पंत विवि का 147वां स्थान है। उन्होंने कहा कि अब तक 38438 छात्र डिग्री ले चुके हैं। दीक्षांत समारोह में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी की उपाधियां शामिल रहीं। वेटेनरी कालेज की मेधावी छात्रा अरूणा उनियाल को कुलाधिपति स्वर्ण पदक और कुलपति स्वर्ण पदक पुरस्कार से नवाजा गया। संचालन कुलसचिव डॉ एपी शर्मा ने किया। इस दौरान विवि प्रबंध परिषद के सदस्य एवं विवि के अधिष्ठाता एवं निदेशक मौजूद थे।