आग में खाक हुई कपड़े की दुकान,50लाख की क्षति
काशीपुर। कपड़े की दुकान में शॉर्ट सर्किट से भड़की आग फायर कर्मियों की घंटों की मशक्कत के बाद भी नहीं बुझ सकी। इस दौरान लाखों की नकदी समेत 50 लाख से भी अधिक का माल जलकर खाक हो गया। आपाधापी के बीच किसी ने प्रतिष्ठान स्वामी की स्कूटी भी मौके से उड़ा दी। जानकारी के मुताबिक मोहल्ला आर्य नगर निवासी संजय कुमार कक्कड़ पुत्र स्वर्गीय अमृतलाल कक्कड़ की स्टेशन रोड पर रेलवे स्टेशन के ठीक सामने राजीव साड़ी एंपोरियम व राजीव क्लॉथ हाउस के नाम से दो प्रतिष्ठान है। गत रात जब प्रतिष्ठान स्वामी प्रतिष्ठान बंद कर घर चले गए इसी के लगभग 1 घंटे बाद पड़ोसियों ने उन्हें दुकान से धुआं उठने की सूचना फोन पर दी। प्रतिष्ठान स्वामी ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जैसे ही दुकान का शटर उठाया आग की भीषण लपटें बाहर निकलने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि उठती लपटों को मेन चैराहे से स्पष्ट देखा जा सकता था। दमकल कर्मियों को जैसे ही अग्निकांड की सूचना मिली वह तत्काल मौके पर पहुंच गए। एक के बाद एक दमकल की 18 गाड़ियों ने कपड़े की दुकान में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया लेकिन फायर कर्मियों की घंटों मशक्कत के बावजूद दुकान में भड़की आग बुझ नहीं सकी। भीषण आग के कारण दो तला इमारत के लेंटर तक चटक गए। दुकान के ऊपरी हिस्से में भी कपड़े का भारी स्टॉक मौजूद था जो आग की लपटों में घिरकर स्वाहा हो गया। प्रतिष्ठान स्वामी ने बताया कि इस अग्निकांड में 50 लाख रुपयों से भी अधिक की साड़ियां पैंट शर्ट कंबल लोई बेडशीट व कुर्ते पजामे आदि के कपड़ों समेत गल्ले में रखी लगभग 2 लाख रुपयों की नगदी आग की भेंट चढ़ गई। देर रात लगी आग कई घंटों तक बुझ नहीं सकी। आपाधापी के बीच किसी ने प्रतिष्ठान स्वामी की स्कूटी भी मौके से उड़ा दी। खबर लिखे जाने तक गायब स्कूटी का भी कोई पता नहीं चल सका। कपड़े की दुकान में लगी आग की सूचना मिलने पर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर इसका संज्ञान लेते हुए पीड़ित व्यवसाई को मुआवजा दिलाए जाने की बात कही। उधर जानकारी मिलने पर विधायक भी मौके पर पहुंचे। गौरतलब है कि देर रात अग्निकांड की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अलावा आईजीएल समेत कुछ पेपर मिलों की दमकल की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची तड़के 3ः00 बजे तक आग बुझाने का क्रम जारी रहा बावजूद इसके दुकान में लगी आग पूरी तरह बुझ नहीं सकी।