शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने की प्रक्रिया क्लीजिंग थेरेपीःसक्सेना

0

रूद्रपुर। रोटरी क्लब की ओर से एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ क्लीजिंग थेरेपी के प्रणेता डॉ- पीयूष सक्सेना, अनिल राजपूत,केआर नारायण , सुनील वैद्य, ज्योति और फातिमा गुलाम शेख ने किया। डॉ- सक्सेना ने क्लीजिंग थेरेपी से दूर होने वाली बीमारियों के बार में बताया। उन्होंने लीवर क्लींज, किडनी क्लींज और एसिडीटी के बार में विस्तार से जानकारी दी। डॉ- सक्सेना ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण, पैरासाइट और बिगड़ी लाइफ स्टाइल वगैरह को ही तमाम बीमारियों की जड़ माते हैं। इनके चलते शरीर में टॉक्सिन्स जमा होते रहते हैं जिससे शरीर के अंग सही ढंग से काम नहीं कर पाते और हम बीमार हो जाते हैं। अगर इस टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकाल दिया जाए तो लगभग 90 प्रतिशत स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज हो जाता है। शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने की ये प्रक्रिया क्लीजिंग थेरेपी है। क्लीजिंग थेरेपी में प्रतिदिन इस्तेमाल की चीजों के कभी-कभी सेवन से शरीर के अंदरूनी अंगो की सफाई की जाती है। क्लीजिंग थेरेपी में आपको परहेज की जरूरत नहीं है। डॉ- सक्सेना ने हृदय की बीमारियां, किडनी व ब्लैडर, यूरिनल इन्फेक्शन, लीवर सम्बन्धित रोग, इन्सोमेनिया, त्वचा सम्बन्धित रोग, ब्लड शुगर, एनीमिया, अस्थमा, महिलाओं के रोग आदि बीमारियों से बचाव की भी जानकारी दी। रोटरी क्लब के अध्यक्ष मनोज अग्निहोत्री ने डॉ- सक्सेना और उनकी टीम का आभार जताया। इस दौरानप्रदीप अग्रवाल ,ललित मिगलानी, अशोक सिंघल, शिव कुमार बंसल, हरनाम चैधरी, शिव कुमार, ओमप्रकाश सिघला, अर्जुन गुप्ता, प्रदीप अदलखा, नारायण सिंघला, संजय सिंघल, गुरमीत सिंह, रजनीश सिंघला, अशोक अग्रवाल, गौतम रूंगटा, आदित्य सिंघला, सप्रीत थिंद, चंचलजीत सिंह, चेतन भसीन, संदीप हुड़िया, अजीत सिंह, रूकमण अग्रवाल, नीलम राय, मंजुला सिंघला, लक्ष्मी अग्निहोत्री, शिल्पा सिंघल, वीणा अग्रवाल, रश्मि सिंघला, आदि मौजूद थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.