बंगाली मतदाताओं को रिझाने के लिये कांग्रेस ने चलाया ब्रम्हास्त्र
बंगाली बाहुल्य क्षेत्र में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की पुत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी की तीन सभाएं
रुद्रपुर। नैनीताल-उधमसिंहनगर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी किसी से कम नजर नही आ रहे है। एक ओर भाजपा जहां देश के पीएम नरेन्द्र मोदी के सहारे अपनी नैय्या पार करने में जुटी हुई है तो वही कांग्रेस अपने प्रत्याशी हरीश रावत को ही आगे रखते हुये चुनाव प्रचार में जुटी हुई है और उनके नाम पर वोट मांग रही है।दोनों ही पार्टियां मतदाताओं को अपनी ओर करने में दिन-रात एक किये हुये है। नैनीताल- उधम सिंह नगर लोकसभा क्षेत्र की गदरपुर,रूद्रपुर, किच्छा और सितारगंज विधानसभा क्षेत्र बंगाली मतदाता बाहुल्य क्षेत्र है और यह क्षेत्र आज भी विकास से वंचित माने जाते है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टिया हर चुनाव में बंगाली मतदाताओं को रिझाने के लिये कई वायदे उनसे करती है लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद उस पर अमल कितना होता है यह सभी जानते है। कांग्रेस बंगाली मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिये किसी तरह की चूक नही करना चाहती और बंगाली मतदाताओं को रिझाने के लिये कांग्रेस ने ब्रम्हास्त्र चलाया है और बंगाली बाहुल्य क्षेत्रें में पूर्व राष्ट्रपति की पुत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी की ताबड़तोड़ तीन सभाए आयोजित कराई है। यह तीनों सभाए रूद्रपुर,किच्छा और सितारगंज विधानसभाओं के बंगाली बाहुल्य क्षेत्र बंगाली कॉलोनी सयोधारा थाना (पुलभट्टðा), बैकुंठपुर (शक्तिफार्म) और रामबाग, चंदननगर में आयोजित हो रही है। कांग्रेस की इस रणनीति के चलते बंगाली मतदाताओं का उसको कितना समर्थन मिलता है यह तो अभी कहना मुश्किल होगा लेकिन भाजपा कांग्रेस की इस नीति के आगे अपनी क्या रणनीति बनाती है यह उस पर निर्भर करता है। बहरहाल कांग्रेस इस चुनाव में किसी भी प्रकार की चूक करने को तैयार नही है और बहुत ही सजगता के साथ प्रचार में जुटी हुई है।