दिलोदिमाग पर राष्ट्रवाद की छाप छोड़ गये मोदी
जगदीश चन्द्र
रूद्रपुर। पीएम नरेन्द्र मोदी की कल हुई विजय शंखनाद रैली भाजपा को इस चुनाव के लिए संजीवनी दे गयी इस रैली के माध्यम से मोदी भाजपाईयों को जीत का मूल मंत्र भी दे गये। रैली की सफलता से भाजपा जीत को लेकर आश्वस्त हो गयी है। वहीं काग्रेसी इस रैली को फ्लॉप शो करार दे रहे हैं। कांग्रेसियों की मानें तो इस बार पीएम मोदी का जादू लोकसभा चुनाव में नहीं चलेगा। लोकसभा चुनाव पर इस रैली का जो भी असर हो लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी इस रैली के माध्यम से लोगों को दिलों पर राष्ट्रवाद की छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। रैली में पीएम मोदी का भाषण विकास के साथ साथ राष्ट्रवाद पर केन्द्रित रहा। पीएम मोदी ने अपने भाषण में सीधे उत्तराखण्डवासियों के दिलों को छूने की कोशिश की। सैन्य बाहुल्य प्रदेश को उन्होंने सैन्य धाम बताकर यहां के सैन्य परिवारों को सम्मान देने के साथ ही कांग्रेस के मुंह पर भी तमाचा जड़ने काम भी किया। लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा राष्ट्रवाद के फार्मूले को धार देने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पिछले दिनों सर्जिकल स्ट्राईक पर कांग्रेस के नेताओं ने जब से सवाल उठाये तभी से भाजपा इस मुद्दे को भुनाने की जुगत में है। कल हुई सभा में पीएम मोदी के साथ साथ उनसे पहले मंच पर भाषण देने वाले अधिकांश नेता भी मोदी की नीतियों और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर बोलने से नहीं चूके। पीएम मोदी मंच पर आये तो उन्होंने भी राष्ट्रवाद को ही अधिक तवज्जो दी। चैकीदार को चोर बताने वाले कांग्रेसियों को भी मोदी ने मंच से न सिर्फ ललकारा बल्कि यह भी साफ कर दिया कि चैकीदार के संस्कार डरने वाले नहीं बल्कि डटने वाले हैं। मोदी ने बातों ही बातो मे ंसाफ कर दिया कि आतंक की हिमायत न तो बर्दाश्त की जायेगी और न ही आतंकियों को भविष्य में बख्शा जायेगा। पीएम ने अपने सम्बोधन में सर्जिकल और एअर स्ट्राइक को लेकर कांग्रेस और अन्य दलों पर करारे हमले किए। उन्होंने कहा कि सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाकर विपक्ष ने सैनिकों को नीचा दिखाने का प्रयास किया है। सेनाधयक्ष के खिलाफ अपशब्द कहे गए। कांग्रेस शासन में सेना को समय पर आधाुनिक हथियार और बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं दिए गए। पूर्व सैनिकों की मांग वन रैंक वन पेंशन भी पूरी नहीं की गई। मोदी ने उत्तराखंड को वीरभूमि बताते हुए यहां के सैनिकों के जज्बे को सलाम किया। कहा कि यहां का हर दूसरा घर सेना से जुड़ा है। यहां भारतीय सैन्य अकादमी है। कुमाऊं, गढ़वाल और गोरखा रेजीमेंट भी यहीं है। करीब 45 मिनट के सम्बोधन में पीएम ने राष्ट्रवाद को धार देते हुए कांग्रेस को घेरा वहीं उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों की कमजोर इच्छा शक्ति और राज्य एवं केंद्र की कांग्रेस सरकारों के घोटालों को उठाया। उन्होंने शहीद ऊधमसिंह को भी याद किया। उन्होंने भाषण के दौरान तीन बार उत्तराखंड की धरती को नमन किया। उन्होंने राष्ट्रवाद के नाम पर आम लोगों को सर्जिकल स्ट्राइक, एअर स्ट्राइक पर सवाल उठाने, सेनाध्यक्ष को गाली देने और वायुसेना के पराक्रम को झूठ बताने वालों को करारा जवाब देने की गुजारिश भी की। मोदी ने कहा कांग्रेस राज में मामा -भांजा देश की सुरक्षा के नाम पर दलाली करते रहे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राफेल खरीदने का काम किया है। कांग्रेस शासन में खरीदे गए हेलीकाप्टर घोटाले पर मामा रोज नए राज उगल रहा है। बोफोर्स घोटाला सबके सामने है। आज विमान व आधुनिक तोपों का निर्माण भारत में हो रहा है। पीएम मोदी की रैली के जो भी सियासी मायने निकाले जायें लेकिन राष्ट्रवाद की बात करके पीएम मोदी यहां की जनता को अंदर तक झकझोर कर इस चुनाव में देश हित के लिए सोचने के लिए मजबूर कर गये।