आश्वासन के बाद भी एनएच पर नहीं हुआ पुलिया निर्माण
किच्छा। वादा तेरा वादा, वादे पे तेरे मारा गया। जी हाँ किसी की वादा खिलाफी से किसी की जान भी जा सकती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि नेशनल हाई वे एनएच-74 सड़क निर्माण में लगी गल्फार कम्पनी द्वारा शहर से बाई पास निर्माण के दौरान श्मशान घाट की भूमि से होकर गुजरने के दौरान समिति के विरोध पर श्मशान घाट के साथ की भूमि पर पुलिया निर्माण कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन एन एच 74 निर्माण कंपनी अपने वादे से मुकर बाईपास का कार्य पूरा करने में जुट गयी है, ऐसे में शमशान घाट को जाने वाले लोगों पर जान का संकट बना हुआ है। गौरतलब हो कि नगर के एकमात्र श्मशान घाट की कुछ जमीन एनएच 74 की जद में आ गई थी। जिसके बाद श्मशान घाट समिति, निर्माण में लगी गल्फार के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक समझौता हुआ। समझौते में समिति की मांग पर एनएच अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने श्मशान घाट की बगल से जा रही नहर को कवर कर उससे एक रास्ता दिए जाने की बात कही थी। समझौते में यह भी तय हुआ कि एनएच अधिकारी पहले उत्तफ नहर को कवर कर रास्ता देंगे, जिसके बाद ही शमशान घाट के सामने एनएच हाईवे का निर्माण किया जाएगा। लेकिन वर्तमान में एनएच कंपनी ने समिति के साथ हुए करार से मुकर पुलिया को बनाने से पहले ही एनएच हाईवे का निर्माण कर दिया है। जिससे श्मशान घाट को जाने वाले आम जनमानस को जान का जोखिम उठाना पड़ा है। चूंकि श्मशान घाट एनएच हाईवे के दूसरी ओर है जिस कारण लोग कड़ी मशक्कत के बाद दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचना पड़ रहा है। हाइवे पार करते वक्त उन पर जान का खतरा भी रहता है। बहरहाल अगर समय रहते शमशान को रास्ता नही दिया गया। तो कभी भी कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता है, वहीं इस मुद्दे पर शमशान घाट की चुप्पी भी सवाल खड़े कर रही है।
स्वीकृति मिलते ही काम होगा शुरूः चैधरी
किच्छा। गल्फार कम्पनी के मैनेजर पीके चैधरी ने कहा कि एनएच 74 किच्छा बाईपास पर श्मशान घाट के समीप एडीशनल पुलिया का निर्माण होना है जिसका आधा कार्य हो गया था लेकिन स्वीकृति न मिलने के कारण वह कार्य रोक दिया गया था। उन्होंने कहा कि जैसे ही एनएचएआई से स्वीकृति मिल जाती है तो एक सप्ताह के भीतर इस मार्ग का कार्य प्रारम्भ कर देंगे और दो माह के भीतर निर्माण पूर्ण कर दिया जायेगा। चैधरी ने कहा कि इस मामले को लेकर पूर्व में एक बैठक हुई थी जिसमें इस पुलिया के निर्माण की बात कही गयी थी लेकिन स्वीकृति न मिलने के कारण यह कार्य रोक दिया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व भी इसी मामले को लेकर बैठक की गयी थी जिसमें कम्पनी के अधिकारियों ने स्वीकृति देने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि इस मार्ग पर जंक्शन बनाने का कार्य शुरू किया गया था लेकिन विरोध के चलते वह रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि इस मार्ग का निर्माण जल्द किया जायेगा।