भाजपा विधायक नेगी का हो डीएनए टेस्ट
रूद्र्रपुर। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आ“वान पर आज महानगर कांग्रेस कमेटी ने धरना प्रदर्शन के बाद महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं से अत्याचार की सबसे अधिक घटनाएं हो रही हैं। ताजा प्रकरण में शारीरिक शोषण के आरोपों में घिरे भाजपा के द्वाराहाट के विधायक पर एक महिला द्वारा दुष्कर्म करने का आरोप लगा है जिसमें महिला ने अपने बच्चे व विधायक का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है लेकिन राज्य सरकार के राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस प्रशासन पीड़ित महिला की एफआईआर लिखने को तैयार नहीं है जबकि विधायक की पत्नी द्वारा उक्त महिला पर फिरौती का आरोप लगाते हुए एफआईआरदर्ज कर ली गई है और तुरन्त जांच शुरू कर दी है। ऐसा प्रतीत होता है कि द्वाराहाट विधायक प्रकरण में पुलिस प्रशासन पूरी तरह राज्य सरकार के दबाव में काम कर रहा है। पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश में इससे पूर्व भी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों पर महिला यौन शोषण का आरोप लगा है जिसमें भाजपा की महिला कार्यकर्ता द्वारा पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए परंतु राज्य सरकार के दबाव में इस प्रकरण में भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। यही नहीं इस प्रकरण में भाजपा के तत्कालीन देहरादून महानगर अध्यक्ष द्वारा सार्वजनिक बयान में यह कह देना कि प्रत्येक महिला को पुरुष गि( दृष्टि से देखते हैं तथा महिलाएं राजनीति में मानसिक रूप से तैयार होकर आती हैं। भाजपा की मातृ शक्ति के प्रति घृणित मानसिकता को दर्शाता है। नेता प्रतिपक्ष मोनू निषाद ने कहा कि सत्ताधारी दल के विधायक पर महिला द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पुलिस प्रशासन द्वारा इतने लंबे समय तक कार्यवाही ना किया जाना राजनीतिक दबाव की ओर इशारा करता है तथा भाजपा को महिलाओं के यौन शोषण पर कुत्सित मानसिकता रखने वालों के संरक्षक के रूप में देखा जा रहा है राष्ट्रीय राजनीतिक दल के जिम्मेदार लोगों द्वारा किए गए महिलाओं के यौन उत्पीड़न की शर्मनाक घटना ने देश दुनिया में पवित्र देवभूमि के नाम से जानने वाले राज्य की छवि को धूमिल करने का काम किया है। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी मांग करती है कि द्वाराहाट विधायक प्रकरण में महिला द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर उचित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए शीघ्र आरोपी विधायक की डीएनए जांच करवाई जाए और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। इस दौरान महामंत्री विजय अरोड़ा, सौरभ चिलाना, पार्षद सुरेश गौरी, मोहन भारद्वाज, अबरार अहमद, सुशील मण्डल, राजेश कुमार, ममता हलदार, दलजीत सन्धु, कमलेश गुप्ता, अजय यादव, रवि कठेरिया, नंद लाल, अनिल शर्मा, विजेन्द्र कोली, सी पी शर्मा, गब्बर कोली, संजीव रस्तोगी, उमा सरकार, बाॅबी सरकार, राजेश यादव आदि मौजूद थे।