सुरक्षा कर्मियों से मारपीट में 10 नामजद
5 गिरफ्तार बाकी फरार,डेढ़ दर्जन अन्य की गिरफ्तारी के लिए दी जा रही ताबड़तोड़ दबिश
काशीपुर(उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। आईटीआई थाना अंतर्गत कल्याणपुर शिवलालपुर स्थित राज्य की सीमा पर बैरियर हटाने को लेकर मंगलवार की शाम पीआरडी व एसपीओ कर्मियों से ग्रामीणों की हुई तीखी झड़प व मारपीट के बाद हरकत में आई पुलिस ने इस मामले में 10 को नामजद करते हुए 15 से 20 अन्य अज्ञात लोगो के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया है। आईटीआई थाना अध्यक्ष कुलदीप अधिकारी ने बताया कि नामजद 10 आरोपियों में से 5 को को से 5 को को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बाकी अभी फरार हैं जिनके लिए लगातार दबिश दी जा रही है। एसओ आईटीआई ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए पुख्ता इंतजाम भी किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि आईटीआई थाना क्षेत्र के गांव शिवलालपुर बार्डर पर यूपी का कल्याणपुर गांव है। शिवलालपुर के प्रधान ने एक सप्ताह पूर्व शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने कहा कि यूपी के कई गांवों से अनधिकृत रूप से लोग उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। शिकायत का संज्ञान लेते हुए चार दिन पहले पुलिस ने कल्याणपुर बाॅर्डर पर बैरियर लगा दिया था। इसी बैरियर पर मंगलवार की शाम पीआरडी जवान धर्मवीर, एसपीओ अमन, अर्जुन आदि तैनात थे। बताते हैं कि शाम को लगभग पांच बजे कल्याणपुर के एक व्यक्ति ने उनसे अभद्रता की और बैरियर खोलने लगा। जब बैरियर खोलने का जवानों ने विरोध किया तो वह एसपीओ और पीआरडी जवान से उलझ गया। इस पर बाॅर्डर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों और उसके बीच मारपीट हो गई। इसी बीच आरोपी ने सूचना देकर अपने अन्य साथियों को बुला लिया। उधर पैगा चैकी पर तैनात एक कांस्टेबल और होमगार्ड भी मौके पर पहुंच गए। सूचना पर मौके पर पहुंचे ग्रामीण पीआरडी जवान धर्मवीर को खींचकर गांव ले गए। उसे छुड़ाने गए पीआरडी जवानों, होमगार्ड और एसपीओ को ग्रामीणों ने खेतों में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। घटना में पीआरडी धर्मवीर, होमगार्ड रामअवतार और दो एसपीओ को भी चोटें आई हैं। सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की सूचना मिलने पर आईटीआई थाना प्रभारी कुलदीप सिंह अधिकारी, पैगा चैकी प्रभारी अशोक फत्र्याल व एसआई मनोज देव पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने गांव में कई स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश देते हुए नामजद 10 में से 5 को दबोच लिया जबकि दर्जनों दंगाई अभी फरार हैं।