लाॅकडाऊन में नैनीताल और यूएसनगर का बाजार बंद

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रूद्रपुर/हल्द्वानी/गदरपुर। कोरोना महामारी को लेकर सरकार ने कल शनिवार और रविवार को उत्तराखंड में लाॅकडाउन घोषित किया था। जिसके बाद से व्यापारियों के एक पक्ष ने रूद्रपुर में बाजार बंदी का विरोध किया था। जिसके चलते आज बाजार में चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा और व्यापारियों के एक गुट का विरोध का प्रयास धूमिल हो गया। खुद अपर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा और कोतवाल कैलाश भट् ने कमान संभाली और उन्होंने पुलिसबल के साथ पैदल घूमकर बाजार का निरीक्षण किया। आज और कल रूद्रपुर समेत पूर उत्तराखंड के चार जिलों में बाजार बंद रखने का आदेश आया था हांलाकि जिला प्रशासन की ओर से सिडकुल, मेडिकल स्टोर, उद्योग, दूध डेयरी और शराब की दुकान को खोलने के आदे थे जिसको लेकर रूद्रपुर व्यापार मंडल के एक गुट ने इसका विरोध जताते हुए सोशल मीडिया पर टिप्पणी करनी शुरू कर दी थी। ऐसे में पुलिस प्रशासन खासा चैकन्ना हो गया। आज सुबह से व्यापारियें का एक गुट बाटा चैक के समीप एकत्र हो गया लेकिन किसी भी व्यापारी की दुकान खोलने अथवा खुलवाने की हिम्मत नहीं हुई क्योंकि जगह जगह पुलिस बल तैतात किया गया था। इन व्यापारियों में वह मौखिक रूप से कहते नजर आये कि जिला प्रशासन के इस ओदश का वह पालन करते है लेकिन पिछले तीन दिनों का भी लाॅकडाउन प्रशासन ने लगाया था और अब पुनः दो दिन का लाॅक डाउन लगा दिया गया है जिससे उनका व्यापार खासा प्रभावित हो गया है ऐसे में व्यापारी अपनी जरूरतों को किस तर ह पूरा करेंगे। वहीं एएसपी पिंचा का कहना है कि सरकार के आदेश का कड़ाई से पालन कराया जायेगा और यदि कोई आदेश का उल्लंघन करगा तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। लाॅकडाउन के दौरान डीउभ् चैक पर यातायात निरीक्षक मनीष शर्मा और गांधी पार्क के समीप मुख्य बाजार में एसआई होसियार सिंह ने लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वाले दर्जनों दोपहिया वाहन चालकों के चालान काटे। कुलमिलाकर लाॅकडाउन के दौरान सम्पूर्ण बाजार बंद नजर आया।
हल्द्वानी। बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। मंगल पड़ाव सब्जी मंडी, सदर बाजार, रेलवे बाजार, नया बाजार, साहूकारा लाइन, पटेल चैक में दुकानें, ढेले आदि बंद हैं। नगर निगम की टीम बनभूलपुरा इलाके में फाॅगिंगग का छिड़काव कराने में जुटी है। हल्द्वानी के बाजार में सुबह से ही सन्नाटा पसरा रहा, जहां सामान्य दिनों में सुबह से ही चहल-पहल दिख जाती है, वहीं शनिवार को तमाम दुकानों बंद रही। जबकि अन्य दिनों में शनिवार की साप्ताहिक बंदी के बावबूद कई दुकानों खुली रहती थी। यहां तक कि जनरल स्टोर से लेकर छोटे-छोटे मार्ट संचालक प्रशासन के स्पष्ट आदेश नहीं होने की वजह से इधर-उधर फोन करते रहे। हालांकि उन्हें किसी से सही जवाब नहीं मिला। ऐसे में कुछ दुकानें खुल गई, लेकिन कुछ व्यापारियों ने बंद करना ही उचित समझा। जहां होटल खुलने के आदेश थे, वहीं रेस्टोरेंट के बारे में आदेश में कुछ भी उल्लेख नहीं था। इसे लेकर भी लोग असमंजस में हैं। आए दिन की इस तरह की स्थिति से व्यापारियों ने सरकार व प्रशासन के प्रति रोष बढ़ता ही जा रहा है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार के आदेश मिलते ही अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपांगी ने लाॅकडाउन की रियायतों व पाबंदियों को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी। आवश्यकीय सेवाओं पर पाबंदी नहीं है। नेशनल व स्टेट हाइवे पर माल वाहनों के संचालन को नहीं रोका जाएगा। लाॅकडाउन की वजह से थाने-चैकी का फोर्स ने फिर से चैराहों और सड़कों पर चेकिंग तेज दिया है। ऐसे में नियम का उल्लंघन कर बेवजह घर से बाहर निकलने वालों पर मुकदमा करने के निर्देश दिये गये है।

गदरपुर। कोविड-19 वैश्विक महामारी के बढ़ते हुए संक्रमण के मद्देनजर सरकार द्वारा शनिवार और रविवार को घोषित किए गए लाॅकडाउन के पहले दिन शनिवार को गदरपुर क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाजार और दुकाने पूर्णता बंद रहे। गदरपुर मुख्य बाजार में रोजमर्रा की तरह चहल-पहल कम दिखी हालांकि मुख्य बाजार में दवा की दुकानें, फल सब्जी, दूथ की दुकान एवं राशन की दुकानें खुली रही। पूर्णता लाॅक डाॅन के दौरान आवश्यक सेवाओं के अलावा कुछ अन्य दुकानों के खोले जाने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दुकानों को बंद कराया और दुकानदारों को नियमों की अवहेलना करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। थानाध्यक्ष जसविंदर सिंह ने क्षेत्रीय जनता से लाॅकडाउन की अवधि के दौरान लोगों से नियमों का पालन करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाने की अपील की है। वही लाॅक डाउन की प्रक्रिया के दौरान नगर पालिका प्रशासन द्वारा भी बाजार में विभिन्न स्थानों पर सैनिटाइजिंग का कार्य कराया गया। पालिकाध्यक्ष गुलाम गौस एवं नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी हरि चरण सिंह के दिशा निर्देशन में पालिका के सफाई कर्मचारियों एवं पर्यावरण मित्रों ने पुलिस थाना स्वास्थ्य केंद्र धर्मशाला एवं सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता कार्यक्रम चलाकर लोगों को स्वच्छता अपनाने के संबंध में जागरुक किया और सैनिटाइजिंग का कार्यक्रम काॅमेडी नाइट्स विद महामारी के बढ़ते हुए संक्रमण से बचाव के बारे में जानकारी भी दी।
चार जिलों में लाॅकडाउन से रोडवेज का संचालन ठप
देहरादून। उत्तराखंड में राज्य सरकार द्वारा चार जनपदों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर व नैनीताल में दो दिन लाॅकडाउन के आदेश जारी करने के बाद सूबे में शनिवार और रविवार को रोडवेज बसों का संचालन ठप रहेगा। दरअसल, इन जनपदों में ही सर्वाधिक डिपो हैं और पहाड़ी जिलों में सर्वाधिक बस संचालन भी यहीं से होता है। लाॅकडाउन के चलते यात्री न मिलने की आशंका को देखते हुए रोडवेज मुख्यालय ने दो दिन तक बसों का संचालन न करने का निर्णय लिया है। चार मैदानी जनपदों में लाॅकडाउन होने का असर परिवहन सेवाओं पर भी पड़ेगा। जहां दून में विक्रम, आॅटो, निजी बसें, सिटी बसें बंद रहेंगी वहीं सूबे में रोडवेज बसों का भी संचालन नहीं हो पाएगा। दरअसल, रोडवेज के देहरादून में पांच जबकि हरिद्वार जिले में तीन डिपो हैं। इसी तरह ऊधमसिंहनगर में चार व नैनीताल में तीन डिपो हैं। कोरोना के चलते फिलहाल रोडवेज बसों का संचालन प्रदेश के अंदर ही हो रहा है। मौजूदा समय में रोडवेज करीब 200 बसों को संचालित कर रहा है, जिनमें करीब 160 बसें अकेले इन्हीं चारों जनपदों से चलती हैं। चारधाम के लिए बदरीनाथ सेवा भी )षिकेश से ही चलाई जाती है। लाॅकडाउन में परिवहन पर पाबंदी होने से चारों जनपदों में न कोई बस आ सकेगी, न ही जाएगी। रोडवेज को यात्री भी इन्हीं चार जनपदों से मिल रहे। ऐसे में रोडवेज ने दो दिन बस संचालन नहीं करने का निर्णय लिया है। रोडवेज के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बताया कि प्रदेश में दो दिन बस संचालन नहीं होगा। यदि दूसरे जनपदों में पर्वतीय मार्ग से पर्वतीय मार्ग पर संचालन की बेहद जरूरत होगी तो वहां पर बसें रिजर्व में रहेंगी।

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