प्राइवेट अस्पताल में हालत गंभीर
काशीपुर(उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। मायके से दस हजार रुपयों की नगदी ना लाने पर ससुरालवालों के तानों से अजीज नवविवाहिता ने आत्महत्या की नियत से फांसी लगा ली। शोर-शराबा होने पर स्थानीय लोगों की मदद से नवविवाहिता को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक ग्राम लालापुर थाना डिलारी उत्तर प्रदेश निवासी शबनम 20 वर्ष का निकाह लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व आईटीआई थाना क्षेत्र के ग्राम बरखेड़ा पांडे निवासी आजम के साथ मुस्लिम रीति रिवाज से संपन्न हुआ। आजम पेशे से हज्जाम है। पता चला है कि 3 दिन पूर्व नवविवाहिता ने घर में फांसी लगा ली। शोर-शराबा होने पर जब पड़ोसियों को इसका पता चला तो उन्होंने तत्काल दौड़ कर विवाहिता को फांसी की फली से उतारकर उसे तत्काल उपचार के लिए मुरादाबाद रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। नवविवाहिता की मां ने फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि पिछले वर्ष बेटी की सास अनवरी जब बीमार हुई तो उसने 10 हजार की मदद की थी। नवविवाहिता की मां का आरोप है कि लगभग 15 दिन पूर्व अनवरी ने दोबारा उसकी पुत्री से 10 हजार रुपयों की डिमांड की। इस बार जब नवविवाहिता मायके से नगदी नहीं लाई तो उसे ससुराल वालों ने मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए ताना मारना शुरू किया। इसी से अजीज नवविवाहिता ने जीवन लीला समाप्त करने की नियत से फांसी लगा ली लेकिन पड़ोसियों की मदद से उसे बचा लिया गया। मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में विवाहिता जीवन मृत्यु के बीच संघर्ष करती बताई जा रही है। उसे आईसीयू में रखा गया है। उसके लगभग 4 माह की एक बच्ची है। खबर लिखे जाने तक इस मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से पुलिस को कोई तहरीर आदि नहीं दी जा सकी है।
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