शादीशुदा युवक ने नाबालिक प्रेमिका के साथ दी जान
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
रामनगर। पीरूमदारा क्षेत्र के ललितपुर गांव में लीची के बाग में शादीशुदा युवक ने प्रेमिका संग रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिये हैं। 35 वर्षीय सुरेंद्र उर्फ कन्नू पुत्र वीरेंद्र सिंह मूल रूप से रतनपुर कालोनी कानपुर नगर का रहने वाला था और पिछले डेढ़ साल से थारी गांव में पत्नी कंचन ओर दो बच्चों के साथ किराये के मकान में रहता था। युवक ट्रांसपोटर्र अर्जुन सिंह के यहां पर वाहन चलाने का काम करता था। युवक जिस मकान में रहता था, उसी मकान में नैनीडांडा की रहने वाली 15 वर्षीय संजना पुत्री देवेंद्र सिंह भी किराये पर रहती थी। युवती पहले अपनी मां के साथ रहती थी, लेकिन लाॅकडाउन होने से पहले वह मां के साथ गांव चली गयी लेकिन कुछ दिन पहले वह वापस यहां आ गयी। जबकि युवती की मां तब से गांव में रह रही है। बताया गया है कि बृहस्पतिवार की सुबह आठ बजे दोनों अचानक घर से गायब हो गए। शाम को ललितपुर गांव में आशीष चतुर्वेदी के लीची के बाग में माली ने दोनों के शवों को पेड़ से लटका हुआ देखा। दोनों के शव देखने के बाद वहां पर हड़कंप मच गया और सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मयफोर्स सीओ पंकज गैरोला, कोतवाल रवि कुमार सैनी, पीरूमदारा चैकी प्रभारी कविंद्र शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों के शवों को पेड़ से उतारा और मामले की जानकारी दी। सूचना पर मृतक की पत्नी कंचन भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम को भिजवाया। कोतवाल रवि कुमार सैनी ने बताया कि दोनों के गायब होने के बाद मृतक की पत्नी ने कोतवाली पहुंचकर पति की गुमशुदगी की तहरीर दी थी। बाद में महिला को पीरूमदारा चैकी भेजा गया था और युवक को तलाशने के प्रयास किये गए थे। युवक की पत्नी ने मृतक युवती की मां को भी फोन पर सूचना दी थी कि वह उसके पति के साथ गायब हो गई है। पीरूमदारा चैकी प्रभारी कविंद्र शर्मा के अनुसार, पूछताछ में मृतक की पत्नी ने बताया कि एक साल से दोनों में प्रेस प्रसंग चल रहा था। उसके द्वारा कई बार विरोध किया गया, लेकिन दोनों नहीं माने। युवती की मां को भी इस बारे में जानकारी दी थी, लेकिन युवती ने अपनी मां की भी नहीं सुनी थी। मृतका की मां ग्राम रिंगल्टा तल्ला धूमाकोट पौड़ी निवासी निशा देवी पत्नी स्व. देवेन्द्र सिंह ने बताया कि उसकी पुत्री संजना 15 वर्ष की थी। कुछ दिन पहले ही किशोरी को सुरेन्द्र पौड़ी में उनके गांव आकर बहला फुसलाकर भगा ले गया था। इसकी जानकारी उसकी पुत्री ने स्वयं उसे फोन करके दी थी। जिसके बाद उसने गांव में ही युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
सुसाईड से पहले खाये चिप्स
रामनगर। एक साल से दोनों का एक दूसरे से प्रेम प्रसंग चल रहा था और लगातार विरोध के चलते दोनों ने आत्महत्या करने की ठान ली थी। आत्महत्या करने से पहले दोनों ने चिप्स खाए और पानी पिया। बाद में दोनों ने प्लास्टिक की रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। ललितपुर में लीची के घने बाग में दोनों सुबह करीब आठ से नौ बजे के बीच पहुंचे थे। दोनों पूरी तैयारी से बाग में पहुंचे थे, इसलिए वह रस्सी, पानी की बोतल व चिप्स के पैकेट लेकर पहुंचे थे। एक बैग भी मौके पर मिला, जिसमें युवक के कपड़े व ड्राईविंग लाईसेंस आदि था। अनुमान लगाया जा रहा है कि आत्महत्या करने से पहले दोनों लीची के पेड़ में चढ़े और उसके बाद एक साख पर बैठ गए। उसी पेड़ की साख पर बैठकर दोनों ने चिप्स खाए व पानी पिया। इसके बाद दोनों ने रस्सी का फंदा बनाकर अपने-अपने गले में बांधकर पेड़ की साख से कूूद गए और दोनों की मौत हो गई। कोतवाल रवि कुमार सैनी ने बताया कि दोनों की मृत्यु सुबह नौ से दस बजे के बीच हो गई थी, क्योंकि पेड़ पर शव अकड़े हुए थेे। शाम के समय माली बाग में पहुंचा था। सबसे पहले शव माली ने ही देखे।