पुलिस चौकी के पास ट्रांसपोर्टर का शव मिलने से सनसनी
कल दोपहर से लापता था मृतक, बुलेट मोटरसाईकिल हुई गायब
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
काशीपुर। पैगा पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर सुबह झाड़ियों में युवक की लाश पड़े होने की सूचना ने इलाके में सनसनी फैल गयी। पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली उसने तत्काल मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। मृतक की शिनाख्त ग्राम फसियापुरा थाना भगतपुर जनपद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी संजीव कुमार 32 वर्ष पुत्र शिवचरण के रूप में हुई। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया। खबर लिखे जाने तक मृतक के परिजनों द्वारा मामले की तहरीर पुलिस को देने की तैयारी की जा रही थी। जानकारी के मुताबिक ग्राम फसियापुरा थाना भगतपुर जनपद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी संजीव कुमार का अलीगंज रोड पर बाली पेट्रोल पंप के समीप आईजीएम लाॅजिस्टिक के नाम से ट्रांसपोर्ट है। परिजनों ने बताया कि गत गुरुवार को अपराहन 2 बजे के करीब वह बुलेट मोटर साइकिल पर सवार होकर घर से निकला लेकिन वापस घर नहीं पहुंचा। देर रात तक ट्रांसपोर्टर के घर न पहुंचने पर परिजनों को चिंता सताने लगी। अनहोनी की आशंका से ग्रसित परिजनों ने तमाम संभावित स्थानों पर उसकी तलाश की लेकिन ट्रांसपोर्टर का कहीं कोई पता नहीं चला। आज सुबह ट्रांसपोर्टर की लाश राज्य की सीमा पर पैगा पुलिस चैकी से बमुश्किल कुछ मीटर की दूरी पर झाड़ियों में लावारिस पड़ा पाया गया। पुलिस ने मृतक के कपड़ों से मृतक का मोबाइल व मोटरसाइकिल की चाबी बरामद की लेकिन बुलेट का कहीं कोई पता नहीं चल सका है। मृतक के शरीर पर कहीं कोई चोट के निशान नहीं पाए गए लेकिन पुलिस ट्रांसपोर्टर की मौत को संदिग्ध मानती है। मृतक के दो बच्चे हैं। बेटा शिवेंद्र लगभग 4 वर्ष का है एवं बेटी लगभग 5 माह की बताई गई। पुलिस ने मृतक का मोबाइल फोन कब्जे में लेकर उसके सहारे घटना की तह तक पहुंचने के प्रयास शुरू किए हैं। उधर दूसरी ओर अकस्मात घटी घटना को लेकर मृतक के परिवार में कोहराम मचा है। ट्रांसपोर्टर संजीव कुमार का एक भाई शुभम काशीपुर के राजकीय चिकित्सालय में कनिष्क सहायक के पद पर कार्यरत है। आज सुबह उसे जैसे ही भाई की मृत्यु का पता चला उसकी आंख के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। उसे यकीन नहीं हो रहा कि उसके भाई की साधारण मौत हुई होगी। शुभम ने बताया कि मूल निवासी वह लोग फसियापुरा के हैं। वर्षों पूर्व पिता की नौकरी चंपावत में लगने के कारण परिवार चंपावत रहने लगा था जबकि भाई पैतृक गांव रहकर ट्रांसपोर्टर के कारोबार से जुड़ा था। मृतक के भाई शुभम ने आशंका जताई कि उसके भाई की हत्या की गई है।