देश में लागू हुआ वन नेशन-वन राशन कार्ड
नई दिल्ली(उत्तरांचल दर्पण ब्यूरो)। देश में आज से वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना लागू हो गई है। इसमें राशन कार्ड की पोर्टेबिलिटी सुविधा मिलेगी व एक ही राशन कार्ड से किसी भी राज्य में राशन ले सकेंगे ।कोरोना संकट के बीच राहत पैकेज का ऐलान करते हुए हाल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान करते हुए कहा था कि देशभर में वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना को लागू किया जाएगा। यह योजना आज से लागू हो गई है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना लागू होने के बाद भी पुराना राशन कार्ड चलता रहेगा। उसी को केवल नये नियम के आधार पर अपडेट कर दिया जाएगा, जिससे वो पूरे देश में मान्य हो जाएगा। यानी आपको इसके लिए कोई नया राशन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं है। पहले से जिनके पास राशन कार्ड उन सबको उसी राशन कार्ड के आधार पर वन नेशन वन राशन कार्ड का फायदा मिलेगा। अगर आप चाहते हैं कि आपको वन नेशन वन राशन कार्ड का फायदा मिले। आप देश के किसी भी हिस्से में सस्ती दर पर राशन ले सकें तो, इसके लिए आपको पास दो दस्तावेज जरूरी होने चाहिए। पहला तो आपका राशन कार्ड और दूसरा आधार कार्ड। असल में इस योजना के तहत अगर आप पोर्टेबिलिटी की सुविधा लेते हैं, यानी किसी दूसरे राज्य में जाकर राशन कार्ड का फायदा उठाना चाहते हैं तो आपका वेरिफिकेशन आधार नंबर के आधार ही किया जाएगा। पीडीएस के हर राशन कार्ड की दुकान पर एक इलेक्ट्राॅनिक्स पाॅइंट आॅफ सेल डिवाइस होगा और उसी से लाभार्थी का वेरिफिकेशन उसके आधार नंबर के आधार पर किया जाएगा। इसलिए आपको अपने राशन कार्ड और आधार कार्ड को साथ में रखना जरूरी होगा। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के मुताबिक देश के 81 करोड़ लोग जन वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य की दुकान से तीन रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल और दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गेहूं और एक रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मोटा अनाज खरीद सकते हैं। इसका फायदा राशन कार्ड रखने वाले सभी लोगों को मिलेगा। सबसे बड़ा फायदा प्रवासी मजदूरों को होगा। उन्हें किसी भी राज्य में कम रेट पर अनाज मिल जाएगा। इसके तहत केंद्र सरकार राज्यों को 10 अंकों का राशन कार्ड नंबर जारी करेगी। इस नंबर में पहले दो अंक राज्य कोड होंगे और अगले दो अंक राशन कार्ड नंबर होंगे। इसके अतिरिक्त राशन कार्ड नंबर के साथ एक और दो अंकों के सेट को जोड़ा जाएगा। इसे देश भर में लागू करने के लिए राशन कार्डों की पोर्टेबिलिटी की सुविधा होगी।
उत्तराखंड में 13 लाख लोगों को मिलेगा लाभ
देहरादून। राज्य की साढ़े सात हजार राशन की दुकानें एक दुकान के रूप में काम करेंगी। यानि एक ही राशन कार्ड से प्रदेश की किसी भी सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से राशन ले सकते हैं। इस योजना के शुरू होने से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन कार्ड पर किसी भी दुकान से सस्ता राशन मिल सकेगा। इतना ही नहीं अगर आपका राशन कार्ड दूसरे राज्य में बना है, तब भी आप राशन ले सकेंगे। खाद्य आपूर्ति विभाग ने वन नेशन वन राशन कार्ड योजना लागू करने की तैयारी पूरी कर ली हैं। प्रदेश में 9200 सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से 23 लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों को सस्ता राशन वितरित किया जाता है, हालांकि केवल साढ़े सात हजार दुकानों पर ही बायोमेट्रिक मशीनें लग पाई हैं। 1700 दुकानों पर बायोमेट्रिक मशीनें अभी नहीं लग पाई हैं। एनएफएसए के तहत आने वाले प्राथमिक और अंत्योदय राशन कार्ड धारकों पर यह स्कीम लागू होगी। इनकी संख्या 13 लाख से अधिक है।