विश्वविद्यालय नहीं करेगा ठेका कर्मियों की सेवा समाप्तःशुक्ला
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
पंतनगर। कृषि विश्वविद्यालय द्वारा एक भी ठेका कर्मी को सेवा मुक्त करने का कोई निर्णय ही नहीं लिया गया और ना ही 18 सौ कर्मचारियों को निकालने की कोई बात है। ऐसे में कपोल कल्पित मुद्दा बनाकर कांग्रेसियों द्वारा धरना प्रदर्शन और बयानबाजी मजदूरों को गुमराह कर उनका झूठा हितैषी बनने का स्वांग मात्र है। उक्त बात आज विधायक राजेश शुक्ला द्वारा कतिपय कांग्रेसी नेताओं द्वारा पंतनगर में धरना एवं प्रेस काॅन्फ्रेंस के मुद्दे पर अपनी बात कहते हुए कही कि अट्टारह सौ कर्मचारियों को निकालने की बात हवा-हवाई है तथा इतने कर्मचारियों को निकालकर क्या विश्वविद्यालय चलाया जा सकेगा? विधायक शुक्ला ने कहा कि यह विषय कहीं पर किसी भी स्तर पर चर्चा में नहीं आया, वे विधायक के साथ-साथ बोर्ड के मेंबर भी हैं। यह विषय ना तो शासन में है और न हीं विश्वविद्यालय में है ये केवल चुनाव को नजदीक देखकर कुछ कांग्रेसी नेता अपना वजूद कायम करने के लिए नौटंकी कर रहे हैं। विधायक शुक्ला ने कहा कि मजदूरों की हित की झूठी नौटंकी दिखाने वाले लोग जब सत्ता में थे तो इन मजदूरों पर लाठी वर्षाकर झूठे मुकदमें लादे थे जबकि भाजपा सरकार ने आते ही ठेका कर्मियों का वेतन 20» बढ़ाने का काम किया। उन्होंने कहा कि उनकी कृषि मंत्री , कृषि सचिव व विश्वविद्यालय प्रशासन से बात हुई है, किसी भी कर्मी की सेवा समाप्त करने का कोई विषय विचाराधीन नहीं है। उन्होंने श्रमिकों से अपील की है कि वे कांग्रेस के झूठे प्रचार व नौटंकीबाज नेताओं से सावधान रहे। मजदूरों का हित भाजपा सरकार ही करती रही है और करेगी। विधायक शुक्ला ने कहा कि वह हमेशा पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के ठेका कर्मियों के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे।