शिव नगर काॅलोनी को किया सील, कई लोग क्वारंटीन सेंटर भेजे
महाराष्ट्र से आए दो युवक कोरोना पाॅजिटिव होने से मचा हड़कंप
गदरपुर( उद संवाददाता)। महाराष्ट्र से आॅटो में सवार होकर गदरपुर आने वाले दो लोगों के कोरोना पाॅजिटिव पाए जाने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने कई लोगों के जीवन को खतरे में डालने का काम कर दिया है, क्योंकि उसका स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुछ दिन पूर्व सीमा पर अन्य लोगों के साथ दोनों लोगों का भी सैंपल लिया गया था लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही उनको घर भेज दिया गया। कोरोना पाॅजिटिव पाए गए दोनों लोगों के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। बहरहाल पुलिस प्रशासन द्वारा कोरोना पाॅजिटिव लोगों के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर क्वाॅरेंटाइन किए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है। बता दें कि कुछ दिन पूर्व ग्राम शिवनगर काॅलोनी में रहने वाले दो युवक महाराष्ट्र में नौकरी करने गये थे। लाॅक डाउन के चलते दोनों आॅटो लेकर अपने घर आने के लिए निकले थे। बुधवार को जब वह यूपी उत्तराखंड की सीमा पर पुलभट्टा थाने पर पहुंचे तो सीमा पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा उनको रोक लिया गया। पूछताछ के उपरांत दोनों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया और उनकी जांच के सैंपल लिए सैम्पल लिए और दोनों को घर जाने की इजाजत दे दी गई। घर आने के बाद दोनों अपने परिजनों के अलावा आस पड़ोस में रहने वाले डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों से मिलते जुलते रहे। इस बीच दोनों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में दोनों को पुलिस प्रशासन की मदद से उपचार के लिए चिकित्सालय भिजवाया गया। वहीं, उनके संपर्क में आए परिजनों सहित करीब एक दर्जन से अधिक लोगों को भी चिन्हित किया गया। शनिवार को थानाध्यक्ष जसविंदर सिंह द्वारा एलआईयू आॅफ यूनिट गदरपुर के प्रभारी मोहम्मद रिजवान खान एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गदरपुर के चिकित्सा अधिकारी डाॅक्टर संजीव सरना के नेतृत्व में एक टीम द्वारा ग्राम शिव नगर काॅलोनी का दौराकर संक्रमित युवकों के परिजनों के अलावा अन्य ग्रामीणों से जानकारी हासिल की गई। थानाध्यक्ष जसविंदर सिंह ने ग्रामीणों से कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से बचने की बात कही। उन्होंने कहा कि ग्रामवासी मन में किसी प्रकार के भय को स्थान न दें और अफवाहों को अनसुना करते हुए कोरोना वायरस जैसी महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने में सहयोग प्रदान करे। देर शाम पुलिस द्वारा मरीजों के परिवार के कई लोगों को क्वाॅरेंटाइन सेंटर भिजवाया गया है। इधर, शिव नगर काॅलोनी में महाराष्ट्र से लौटे दो युवकों के कोरोना पाॅजिटिव पाए जाने की सूचना मिलने पर क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। एहतियात के तौर पर पुलिस द्वारा शिव नगर काॅलोनी में आने जाने पर रोक लगाते हुए दोनों युवकों के घरों को सील किया गया है और ग्रामीणों से सजगता अपनाने की अपील की गई है। वही, कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए दोनों युवकों के संपर्क में आए लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि समय रहते उनको बेहतर उपचार प्रदान कर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इस दौरान क्यूआर टीम के उप निरीक्षक जितेंद्र खत्री, उप निरीक्षक ललित बिष्ट, सिपाही पारस पाल, कैलाश चंद्र, कमलेश नेगी आदि तमाम पुलिसकर्मी एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य मौजूद थे।
कोरोना पाॅजिटिव युवकों के संपर्क में आए सब्जी विक्रेता!
गदरपुर । कोरोना पाॅजिटिव पाए गए युवकों के संपर्क में आए संजय नगर निवासी एक सब्जी विक्रेता को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। सूत्रों के अनुसार दोनों युवकों को पुलभट्टðा से लाने के बाद सब्जी विक्रेता द्वारा रोजमर्रा की तरह कई ग्रामों में सब्जी बेचने के लिए जाया गया, जिससे पुलिस प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा सब्जी विक्रेता द्वारा जिन जिन गांव में जाकर सब्जी आदि बेची गई है, उसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है ताकि समय रहते कोरोनावायरस जैसी महामारी के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
परिजनों ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
गदरपुर। महाराष्ट्र से शिवनगर काॅलोनी लौटे युवकों को जिस प्रकार से स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत जांच रिपोर्ट के सैंपल का परिणाम ना आने तक घर जाने की छूट दी गई उसमें कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है। दोनों युवकों के परिजनों ने सोशल मीडिया पर वायरल किए वीडियो में सीधे-सीधे स्वास्थ विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि जब सीमा पर पहुंचने पर जब दोनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तो उनको बिना जांच रिपोर्ट का परिणाम मिलने पर घर क्यों भेज दिया गया। परिजनों का कहना है कि दोनों को क्वाॅरेंटाइन सेंटर में रखा जाना था लेकिन उनको वहां ना भेजकर घर ले जाने के लिए कहा गया। कहा उनको घर लाने की अनुमति मिलने पर ही वह उनको पुलभट्टðा से घर लेकर आए थे और जब जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना पाॅजिटिव होने की सूचना मिली तो उन सबके भी होश उड़ गए। उन्होंने कहा कि पूरे मामले में उनकी किसी भी प्रकार की कोई गलती नहीं है लेकिन अब उनके सिर पर सारा दोष डाला जा रहा है, जिससे उनको मानसिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है।