नई दिल्ली(उद ब्यूरो)। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर पीएम मोदी ने आज गांवों की प्राॅपर्टी के लेखाजोखा के लिए ‘स्वामित्व योजना’ का ऐलान कर दिया है। पीएम मोदी ने देश भर की ग्राम पंचायतों से वीडियो काॅन्फ्रेंस के जरिए आज बातचीत की। इस दौरान इस महत्वांकाक्षी योजना का ऐलान किया है। इस योजना के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि गांवों में संपत्ति को लेकर झगड़े होते रहते हैं। इसकी एक बड़ी वजह यह होती है कि उसका कोई लेखा-जोखा नहीं होता है। लेकिन अब इस योजना में ड्रोन के जरिए देश के हर गांव में भूमि की मैपिंग ड्रोन के जरिए की जाएगी। इसके बाद भूमि का स्वामित्व का प्रमाणपत्र दिया जाएगा। इसमें एक बड़ी बात यह होगी कि पहले गांवों की जमीन पर बैंक से लोन नहीं मिलता है। लेकिन अब भूमि का प्रमाणपत्र जारी होने के बाद उस संपत्ति के जरिए लोन भी लिया जा सकेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस योजना के जरिए गांवों में सामाजिक जीवन पर बड़ा असर पड़ सकता है। बैंकों से लोन लेकर कई लोग अपना काम भी शुरू कर सकते हैं। हालांकि अभी इस योजना को उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और कर्नाटक सहित 6 राज्यों में शुरू किया जाएगा और समय- समय के साथ इसमें परिवर्तन किया जाएगा। वहीं पंचायतों के कामों में भ्रष्टाचार रोकने और पारदर्शिता लाने के लिए ई ग्राम स्वराज्य पोर्टल और ऐप लांच किया गया। इस ऐप और पोर्टल के जरिए किसी भी पंचायत को जारी किए गए फंड और उसके इस्तेमाल की पूरी जानकारी मिल सकेगी। पीएम मोदी ने इस पोर्टल और ऐप को बड़ी ताकत बताया है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट से हमें सबक मिला है कि अब आत्मनिर्भर होना काफी जरूरी है। इस दौरान पीएम मोदी ने जम्मू- कश्मीर के बारामूला के मोहम्मद इकबाल से बात की। इकबाल ने बताया कि उन्होंने गांव के हर ब्लाॅक को कोरोना वायरस और लाॅकडाउन की जानकारी दी, यहां सिर्फ एक ही केस सामने आया था। इस दौरान कर्नाटक के एक व्यक्ति से बात करते हुए पीएम ने कहा कि आजकल वो गांव के प्रमुख से लेकर देशों के प्रमुख तक से बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी ने सभी के काम करने के तरीके को बदल दिया है, अब हम आमने-सामने होकर बातें नहीं कर पा रहे हैं। पंचायती राज दिवस गांव तक स्वराज पहुंचाने का अवसर होता है, कोरोना संकट के बीच इसकी जरूरत बढ़ गई है। संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना संकट से कई तरह की मुसीबतें आईं, लेकिन इससे हमें संदेश भी मिला है। कोरोना संकट ने हमें सिखाया कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा, बिना आत्मनिर्भर बने ऐसे संकटों को झेल पाना मुश्किल है। आज बदली हुई परिस्थितियों ने हमें आत्मनिर्भर बनना याद दिलाया है, इनमें ग्राम पंचायतों का मजबूत रोल है। इससे लोकतंत्र भी मजबूत होगा। पीएम मोदी ने कहा कि 5-6 साल पहले देश की सिर्फ 100 पंचायत ब्राॅडबैंड से जुड़ी थी, लेकिन आज सवा लाख पंचायतों तक ये सुविधा पहुंच गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन वेबसाइट को शुरू किया गया है, उसके जरिए गांव तक जानकारी और मदद पहुंचने में तेजी आएगी। ग्राम पंचायतों के प्रमुखों से पीएम ने कहा कि अब गांव की मैपिंग ड्रोन के जरिए की जाएगी, जबकि बैंक से आॅनलाइन लेने में भी मदद मिलेगी। अभी इसकी शुरुआत महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत कुल 6 राज्यों में इसकी शुरुआत हो रही है, फिर हर गांव तक इसे ले जाया जाएगा।
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