17,265 हुए कोरोना संक्रमित मरीज

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नई दिल्ली(उद ब्यूरो)। देश में जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में दिन पर दिन इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में अब इस महामारी से संक्रमित मरीजों की संख्या 17 हजार के पार पहुंच गई है। मंत्रालय के मुताबिक, अबतक 17 हजार 265 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, 543 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि 2547 लोग ठीक भी हुए हैं। देश में जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में दिन पर दिन इजाफा हो रहा है। केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 संबंधी हालात मुंबई, पुणे, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य स्थानों पर ‘‘विशेष रूप से गंभीर’’ हैं और लाॅकडाउन के नियमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस फैलने का खतरा है। गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए काम कर रहे स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों पर हिंसा, सामाजिक दूरी बनाए रखने का उल्लंघन और शहरी इलाकों में वाहनों की आवाजाही के कई मामले सामने आए हैं। इन्हें रोका जाना चाहिए। ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण के सात नए मामले सामने आए हैं और इसी के साथ राज्य में संक्रमण के मामले 68 पर पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार को 951 नमूनों की जांच की गई जिनमें से सात नमूनों में संक्रमण पाया गया। राज्य में अब तक कुल10,641 नमूनों की जांच हो चुकी है। राज्य में संक्रमण के अब कुल 43 मामले हैं। 24 मरीज उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं और 72 वर्षीय एक बुजुर्ग की संक्रमण से मौत हो गई है। संक्रमण के सात नए मामलों में से पांच भद्रक और दो बालासोर से हैं। उधर दिल्ली में भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ रहा हैं यहां पुलिस ने मौलाना साद और उसके सहयोगियों को सरकारी अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराने को कहा है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने इस बात से भी इनकार किया है कि मौलाना साद क्राइम ब्रांच की जांच में शामिल हुए हैं। पुलिस जब डाॅक्टरी रिपोर्ट देख लेगी उसके बाद ही मौलाना साद को समन किया जाएगा और पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा जाएगा। मौलाना साद इतने दिनों से जाकिर नगर के एक घर में क्वाॅरन्टीन है पर बावजूद इसके अब तक उसने सरकारी अस्पताल में जाकर कोरोना टेस्ट नही करवाया यह जानकारी क्राइम ब्रांच को पता चली है। यानी क्या जानबूझकर मौलाना साद क्राइम ब्रांच की जांच से बचना चाहता है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने जिन लोगों को यह सलाह दी थी कि कोरोना का टेस्ट करा ले तब से उनमें से कुछ लोगों के मोबाइल फोन स्विच आॅफ हो गए हैं ।

डाॅक्टर की कोरोना से मौत, भीड़ ने किया कब्रिस्तान में दफनाने का विरोध

चेन्नई। देश में इस वक्त कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जंग चल रही है। लेकिन इससे इतर एक जंग उस मोर्चे पर भी जारी है, जहां स्वास्थ्यकर्मियों या किसी कोरोना वायरस से पीड़ित के साथ दुव्र्यवहार किया जा रहा है। चेन्नई में पिछले कुछ दिनों में ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां पर कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति को जब दफनाने के लिए ले जाया गया, तो लोगों ने कब्रिस्तान के पास ही हंगामा शुरू कर दिया। चेन्नई में सोमवार को जब एक डाॅक्टर के शव को दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले गए, तो वहां पर 50 से अधिक लोगों की भीड़ इकट्टा हो गई। भीड़ ने एम्बुलेंस पर हमला बोल दिया, बता दें कि इस 55 वर्षीय डाॅक्टर की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है। जब भीड़ पर वहां मौजूद पुलिस काबू नहीं पा पाई, तो उन्होंने डाॅक्टर के परिजनों से अपील करते हुए शव को किसी दूसरे कब्रिस्तान में ले जाने के लिए कहा। जिसके बाद दूर किसी कब्रिस्तान में डाॅक्टर के शव को दफनाया गया। इस मामले में अब पुलिस की ओर से 20 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने लाॅकडाउन उल्लंघन, हथियार से हमला करने, सरकारी कर्मचारी को ड्यूटी से रोकने के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब तमिलनाडु से इस प्रकार का मामला सामने आया हो। बीते दिनों 13 अप्रैल को भी एम्बातुर के नागरिकों ने कब्रिस्तान के बाहर हंगामा किया था। तब एक 62 वर्षीय डाॅक्टर की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो गई थी और उसे जब कब्रिस्तान में दफनाने के लिए ले गए तो लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। तब भी पुलिस और स्थानीय प्रशासन की सहायता से डाॅक्टर के शव को किसी दूसरे कब्रिस्तान में दफनाया गया।

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