राशन किट घोटाले पर गरमाई सियासत
चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए हो ही सरकारी पैसे की बंदरबांटः बेहड़
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने कहा कि ऊधम सिंह नगर में प्रशासन की नाक के नीचे हुआ राशन किट घोटाला शर्मसार करने वाला है। उन्होंने कहा कि 650 रूपये में तैयार हो जाने वाली किट के लिए प्रशासन द्वारा 800 रूपये दिया जाना सीधे तौर पर जनता के धन की खुली लूट है। वहीं उन्होंने देवभूमि व्यापार मंडल के निवर्तमान नगर महामंत्री विजय फुटेला की उस घोषणा का स्वागत किया है जिसमें उन्होंने प्रशासन को प्रति किट 710 के हिसाब से सप्लाई होने वाली बीस हजार किटों का मुनाफा मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की बात कही है। श्री बेहड़ ने कहा कि फुटेला की घोषणा में दो चीजें बिल्कुल साफ हैं। एक तो उन्होंने देशहित में यह कदम उठाया, दूसरा यदि 710 रूपये की किट में भी उन्हें मुनाफा हो रहा है तो प्रशासन ने किस हिसाब से 800 रूपये प्रति किट का वर्क आर्डर बिना टेंडर कराए मात्र कोटेशन पर जारी कर दिया। साफ है कि 800 रूपये में खरीदी जा रही लाखों किटों में करोड़ों का घालमेल किया जा रहा है और यह किसी अधिकारी की मिलीभगत के बिना सम्भव नहीं है। श्री बेहड़ ने कहा कि वह प्रशासनिक कार्यप्रणाली से हैरान हैं कि एक व्यापारी सार्वजनिक रूप से सस्ती राशन किट देने की बात करता है तो अफसर उसे नोटिस जारी करते हैं व एफआईआर तक की धमकी देकर उसी के उत्पीड़न में लग जाते हैं। आखिर यह कहां का इंसाफ है? क्या इस हरकत से यह साबित नहीं होता कि प्रशासन अपने कुछ चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए पब्लिक के सरकारी पैसे की बंदरबांट में लग गया है? श्री बेहड़ ने आगे कहा कि प्रशासन ने मात्र दो व्यापारियों की कोटेशन पर यह निर्णय लिया जबकि जिले से अन्य दर्जनों सक्षम व्यापारी इससे कम राशि में बिल्कुल यही राशन किट बनाकर देने को तैयार बैठे हैं। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की जड़ तक जाने की आवश्यकता है। देश में आई इस कठिन विपत्ति के समय मुख्यमंत्री को तत्काल हस्तक्षेप कर नए सिरे से राशन किट वितरण का कार्य कराना चाहिए व इस घोटाले में शामिल नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत की पोल खोलनी चाहिए। उन्हें तत्काल क्षेत्र से ट्रांसफर कर उन्हें दंडित किया जाए। श्री बेहड़ ने यह भी कहा कि वह स्तब्ध है कि इतने बड़े घोटाले को खुले दो दिन हो गए मगर भाजपा का प्रदेश आलाकमान, जिले के मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधि खामोश बैठे हैं। हर समय देश के नाम पर भावुक बातें करने वाले यह नेता व इनका संगठन आखिर इतनी बड़ी आपदा के समय क्यों गरीब जनता के साथ हुए धोखे पर चुप बैठे हैं?