प्रदेश में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहींः त्रिवेन्द्र
सीएम ने कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित किया,नजूल भूमि के मुद्दे का जल्द होगा समाधान
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। यदि राज्य में किसी भी अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं तो वह आरोप सरकार पर सवाल है। उन्होंने कहा कि विकास सोच के साथ राज्य को आगे बढ़ाया जायेगा। यदि किसी भी अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध हुआ तो वह उत्तराखण्ड में नौकरी नहीं कर पायेगा। नैनीताल मार्ग स्थित एक होटल में सीएम रावत कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिये कई योजनाएं चलायी जा रही है। पानी की समस्या को दूर करने के लिए तीन बड़े प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है ओर ये बड़े प्रोजेक्ट पूरे होते ही राज्य में पानी की कमी दूर हो जायेगी। किसानों को प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि कई झीलों पर भी काम किया जा रहा है। जिसमें कोसी के अलावा पौड़ी क्षेत्र की कई झीले शामिल हैं। सीएम रावत ने कहा कि राज्य में जनता को मूलभूत जरूरते उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। राज्य का इको सिस्टम मजबूत किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कूड़े का इस्तेमाल कर बिजली उत्पन्न की जायेगी। इससे जहां राज्य को ऊर्जा मिलेगी वहीं रोजगार भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि बौर जलाशय को भी विकसित किया गया है ताकि पर्यटन बढ़ सके। श्री रावत ने उदाहरण देते हुए कहा कि शहर की आमदनी जिले से और जिले की आमदनी देश से बढ़ती है ऐसे में पर्यटन ऐसा उद्योग कि जिससे आमदनी तो बढ़ती ही है और रोजगार के अवसर भी प्राप्त होते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से रूद्रपुर में कार्निवाल आयोजित किया गया है वह भी विकास की कड़ी में शामिल है क्योंकि ऐसे कार्निवालों से लोग राज्य की संस्कृति से रूबरू होते हैं और देश और विदेश के लोग इन कार्निवालों के जरिये अपनी सहभागिता देते हैं। सीएम रावत ने कहा कि राज्य में एडवेंचर स्पोट्र्स सबसे बड़े उद्योग के रूप में विकसित हो रहा है। क्योंकि उत्तराखण्ड प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है और एडवेंचर स्पोट्र्स के लिए सबसे मुफीद है। उन्होंने कहा कि राज्य में अप्रैल माह में वेलनेस समिट का आयोजन किया जायेगा जिसमें तमाम राज्यों के लोग प्रतिभाग करेंगे। सीएम रावत ने कहा कि देहरादून पहले देश की 100मीं स्मार्ट सिटी था लेकिन वह अब 19वें नम्बर पर है। सरकार का प्रयास है कि देहरादून को पूरे देश की सबसे बेहतर स्मार्ट सिटी बनाया जाये ताकि वह नम्बर 1 बन सके। उन्होंने कहा कि देहरादून की तर्ज पर रूद्रपुर और काशीपुर को भी स्मार्ट सिटी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ईमानदारी से विकास कर रही है। जिसके दूरगामी परिणाम सामने आयेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा कि क्षेत्र में भी सरकार उल्लेखनीय कार्य कर रही है। सीएम रावत ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होने का आहवान किया। इससे पूर्व सीएम रावत के वहां पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उन्हें शाॅल ओढ़ाकर व तलवार भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान वन निगम अध्यक्ष सुरेश परिहार, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, प्रेम सिंह राणा, मेयर रामपाल सिंह, विवेक सक्सेना, विपिन जल्होत्रा, विजय फुटेला, राजेश सिंह, सुशील यादव, उत्तम दत्ता, वेद ठुकराल, विवेक राय, ललित मिगलानी, डीएन मिश्रा, महेन्द्री शर्मा, शालिनी बोरा, विरेन्दर सिंह सामंती, सुरेश कोली, मिन्नी गुम्बर, अजीत शाह, राधेश शर्मा, नेत्रपाल मौर्य, राजू श्रीवास्तव, राज कोली, अनिल चैहान, उपेन्द्र चैधरी, ईश्वरी प्रसाद राठौर, किरन बिर्क, ललित बिष्ट, मनमोहन यादव, अमित नारंग, हिमांशू बिष्ट, संजीव शर्मा, मीना शर्मा, रमा देवी ठाकुर, नमित शर्मा, दीपक सागर, बबलू सागर, अनीता बरेठा आदि मौजूद थे।
सीएम ने परिहार की पीठ थपथपाई
रूद्रपुर। कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वन विकास निगम के चेयरमैन सुरेश परिहार की पीठ थपथपाते हुए उनके कार्यों की सराहना की। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने सम्बोधन के दौरान कहा कि भाजपा सरकार ईमानदारी से काम कर रही है और ईमानदार लोगों को दायित्व सौंपकर पार्टी ने विकास को नई दिशा देने का काम किया है। उन्होनंे सुरेश परिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व में वन विकास निगम करोड़ों के घाटे में चल रहा था लेकिन सुरेश परिहार की ईमानदार कार्यशैली के चलते आज निगम 15 करोड़ 88 लाख के फायदे में पहुंच चुका है।