जीजीआईसी में आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का समापन

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रुद्रपुर। महिलाओं के साथ बढ़ रहे अपराधों के खिलाफ खुद बालिकाओ को सक्षम बनाने के लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान द्वारा राजकीय बालिका इंटर काॅलेज फाजिलपुर महरौला में 45 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का समापन कराटे प्रतियोगिता कराकर किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ विद्यालय की प्रधानाचार्या पार्वती देवी एवं विद्यालय स्टाफ द्वारा किया गया। प्रधानाचार्या ने कहा कि रमसा के तहत अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी व प्रशिक्षक सेंसेई ऋषि पाल भारती के दिशा निर्देशन में विद्यालय की छात्राओ का आत्मसुरक्षा के गुर सिखाकर उन्हें अपनी रक्षा स्वयं करने में सक्षम बनाने की पहल की जा रही है। महिलाओं की सुरक्षा आज की सबसे बड़ी चुनौती है। इस तरह के आयोजनों से लड़कियां मजबूत और आत्मनिर्भर होंगी। वे अपनी सुरक्षा तो कर सकेंगी साथ ही दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगी। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान स्कूल में समय-समय पर होने चाहिए। इससे अपराधों पर अंकुश लगेगा। सेल्फ डिफेंस का कोर्स अनिवार्य होना चाहिए। बच्चे खुद अपनी सुरक्षा कर लेंगे तो पेरेंट्स की भी बच्चों के प्रति चिंता कम होगी। इस दौरान आयोजित प्रतियोगिता में सिमरन, शिवानी, इलमा फातिमा, सरिता शर्मा, सोनम, संतोषी देवी ने स्वर्ण पदक, भारती, हसीना, वंदना, राजकुमारी, मेहरीन ने रजत पदक एवं शबनम, भावना, चांदनी, इकरा, लोरी, कुसुम, जावित्री, रानी, दीपशिखा, रेखा पटेल, शाइस्ता अंसारी, पिंकी मंडल ने कांस्य पदक जीते। प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर इलमा फातिमा व शिवानी को बेस्ट फाइटर अवार्ड एवं सोनम को बेस्ट स्टूडेंट अवार्ड एवं सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को पदम पहना कर सम्मानित किया गया। साथ ही प्रशिक्षक सेंसेई ऋषि पाल भारती ने कहा कि अपराध समय और स्थान का इंतजार नहीं करता है, आपके साथ कोई अपराधिक घटना कभी भी और कहीं भी हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पास मौजूद समान्य चीजों ओर आसपास के वातावरण में मौजूद चीजों को हथियार बनाकर अपराधी का सामना कर खुद को सुरक्षित कर सके। छात्राओं को पेन के जरिए हमला करना, दुपट्टðे के इस्तेमाल से अटैकर को धूल चटाना जैसी तकनीकों के साथ साथ छात्राओं को की-होंन में ब्लाॅक, पंच, किक एवं महत्वपूर्ण तकनीकों को सिखाया गया। साथ ही सभी छात्राओं ने इस पहल की सराहना करते हुए वादा किया कि वे आगे प्रशिक्षण लेकरखुद को हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार करेंगी ओर दूसरी अन्य बालिकाओं व महिलाओं को भी इसके लिए प्रेरित करेगी। इस अवसर पर शुभा रावत, निधि वर्मा, मंजू रानी होलकर, डा. बसंती, संतोष देवी, विनीता, जगदीश चैधरी, दीप्ति गर्ग, नंदी पांडेय, अहिल्या मिश्रा, पूनम रानी,मीना आर्य, सुरेश चंद्र कश्यप , कैलाश चंद्र सक्सेना आदि मौजूद थे।

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