एनआरसी और सीएए का काशीपुर में भी हुआ विरोध
काशीपुर(उद संवाददाता)। एनआरसी व सीएए के विरोध में आज कर्बला मैदान पर सैकड़ों की तादात में एकत्रित लोगों ने इसे काला कानून बताते महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी सुंदरलाल तोमर को सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि एनआरसी व सीएए जनता की भावना के विरुद्ध है। कहा कि पाकिस्तान बांग्ला देश व अफगानिस्तान के लगभग तीन करोड़ लोग इस कानून का लाभ उठाकर भारतीय नागरिक बन सकते हैं। आर्थिक संकट से गुजर रहे मुल्क में उनके लिए शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार तथा आवासीय भूमि की व्यवस्था करना हर भारतीय पर अतिरित्तफ आर्थिक व सामाजिक बोझ बन जाएगा। जबकि पहले से ही भारत की 65» जनता बेरोजगारी व आर्थिक संकट में डूबी हुई है इसलिए यह कानून देश हित में नहीं है। बताया कि अभी गया कि इस कानून के द्वारा भाजपा सरकार की मंशा भारतीय मुस्लिम समाज को मुख्यधारा से अलग-थलग करना है। इस कानून से समाज में धार्मिक आधार पर भेदभाव उत्पन्न होता है जो कि देश की एकता व अखंडता के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि इस कानून के लागू किए जाने से भारतीय नागरिक को अपने सभी जरूरी कामकाज छोड़कर नागरिकता साबित करने के लिए बेहद मुश्किल भरी भागदौड़ करनी होगी जिससे देश में नोटबंदी जैसे विकट हालात उत्पन्न हो जाएंगे। भाजपा सरकार की कथनी और करनी में हमेशा अंतर रहा है। विरोध प्रदर्शन करने वालों में दलित समाज भीम आर्मी के पदाधिकारियों के अलावा शेख अब्दुल अजीज कुरैशी, पूर्व चेयरमैन शमसुद्दीन, रिजवान,जुबेर सिद्दीकी, मुशर्रफ हुसैन, हसीन खान, शफीक अंसारी, हसन नूरी, अशरफ सिद्दीकी, डाॅ.राहुल, नसीम पहलवान, हाजी काबुल, अब्दुल कादिर, सादिक हुसैन, फिरोज हुसैन, डाॅ. माजिद, नौशाद हुसैन, आरिफ, नसीम अंसारी, इसरार खान, अफसर अली, शाह आलम, कबीर मलिक, वसीम अकरम ,कासिमचैधरी, शहजाद राय, अकरम बेग, इकराम अहमद, आसीन अरशद मंसूरी, कादिर हुसैन, असीम कसार, अजीम खान, मोहम्मद जावेद, अजमत खान, मेहर उद्दीन, हाजी वसीम मदनी तथा मोहम्मद राहिल नदीम समेत बड़ी तादाद में लोग शामिल रहे।