असम डिटेंशन कैम्प में मौतों के खिलाफ दिया धरना
हल्द्वानी(उद संवाददाता)। डिटेंशन कैम्प में मौतों के खिलाफ देश भर में राष्ट्रीय विरोध-प्रदर्शन के तहत धरना भाकपा (माले) द्वारा असम के डिटेंशन कैम्प में हुई 27 मौतों के विरुद्ध राष्ट्रीय विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत आज बुद्ध पार्क में एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया। माले के राज्य सचिव कामरेड राजा बहुगुणा ने कहा कि एन आरसी और नागरिकता संशोधन बिल को मोदी सरकार ने आम जनता को आतंकित करने का औजार बना दिया है। उन्होंने कहा कि असम में डिटेंशन केन्द्र यातना शिविर में तब्दील हो गए हैं जहां 27 नागरिकों की मौत हुई है। कामरेड राजा बहुगणा ने कहा कि यह मानवाधिकारों व लोकतंत्र पर सीधा हमला है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। नैनीताल जिला सचिव डॉ. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह अब देश भर में एनआरसी लागू कराने पर आमादा हैं जिसमें हर किसी को कागजात के जरिए साबित करना होगा कि 1951 में उनके पूर्वज भारत में वोटर थे। इस दौरान बहादुर सिंह जंगी, जी.आर.टम्टा, गोविंद गौतम, सुंदर लाल बौद्धर्, इस्लाम हुसैन, गोविंद सिंह जीना, ललित मटियाली, मोहन लाल आर्य, डॉ. अचिंतो मंडल, लक्ष्मण लाल विश्वकर्मा,पुष्कर दुबड़िया, पूर्व सैनिक संगठन के एनडी जोशी, किशन बघरी, नैन सिंह कोरंगा,राजेंद्र शाह, नारायण सरकार,सुनील विश्वास, कोनिका सरकार,भास्कर कापड़ी, विनोद कुमार,धीरज कुमार, विमल साना, रीता इस्लाम, बच्ची सिंह कपकोटी,अशोक कुमार आदि मौजूद थे।