पिथौरागढ़(उद ब्यूरो)। पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए लंबी जद्दोजहद के बाद कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। पूर्व विधायक मयूख महर के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद अब पूर्व ब्लाक प्रमुख अंजू लुंठी को प्रत्याशी बनाया गया है। मंगलवार को पिथौरागढ़ में प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश ने अंजू लुण्ठी के नाम की घोषणा करते हुएकहा कि कांग्रेस मजबूती से उपचुनाव को जीतने के लिये तैयार है। इस तरह कांग्रेस में पिछले कई दिनों से प्रत्याशी की घोषणा को लेकर चल रहे कयासों पर विराम लग चुका है। अंजू बिण ब्लॉक की प्रमुख रह चुकी हैं। उनके पति दीपक लुण्ठी पीसीसी सदस्य है। पार्टी ने अंजू के नाम का निर्णय सोमवार रात को वरिष्ठ नेताओं की बैठक में तय कर दिया था। उल्लेखनीय है कि पिथौरागढ़ विधानसभा के दिवंगत विधायक प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। भाजपा के प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमवार सायं को पिथौरागढ़ पहुंचे । प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश,गोविंद सिंह कुंजवाल की मौजूदगी में जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों व दावेदारों की बैठक हुई। मयूख महर के चुनाव लडने की मांग को लेकर धरने पर बैठे कांग्रेसियों को उठाया। इसके बाद बाखली होटल में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक हुई। इस मौके पर सभी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर से मयूख महर को ही प्रत्याशी बनाए जाने की मांग रखी। वहीं, मयूख महर ने कहा कि वह कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हैं परंतु चुनाव लडने की स्थिति में नहीं हैं। पूर्व राज्यसभा सांसद महेंद्र सिंह माहरा, पूर्व पालिकाध्यक्ष जगत सिंह खाती सहित अन्य सभी वक्ताओं ने मयूख महर को भी प्रत्याशी बनाए जाने की वकालत की। सायं तक पहले राउंड तक चली बैठक में प्रीतम, इंदिरा व कुंजवाल ने मयूख महर को राजी कर लेने का भरोसा जताया। इसके बाद देर रात तक चली बैठक के बाद प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी गई है। पार्टी सूत्रों के अुनसार कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर दावा करने वालों में अंजू लुंठी सहित मथुरा दत्त जोशी, जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर, पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश पंत, कै. वीके जोशी, यूथ कांग्रेस जिलाधयक्ष ऋषेंद्र महर सहित करीब सात-आठ नाम शामिल थे। बहरहाल कांग्रस अब भाजपा की चंद्रा पंत के मुकाबले में अंजू लुंठी पर ही पार्टी दांव खेल दिया है। लिहाजा दिवंगत भाजपा नेता प्रकश पंत के प्रति क्षेत्रीय लोगों की सहानुभूति मिलेगी तो वहीं विपक्षी दल के उम्मदीवार के लिये भी एंटी इनकमबैक्सी का मौका है जबकि क्षेत्रीय मुद्दों को धार देकर माहौल अपने पक्ष में करने की चुनौती होगी। राज्य में मौजूदा त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में विधानसभा का यह दूसरा उपचुनाव है। गौर हो कि विगत वर्ष थराली के विधायक की मौत के बाद उनकी पत्नी को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतरकार सहानुभूति पाने की कोशिश की जिसमें वह सफल भी रही है। अब एक बार फिर कांग्रेस से समक्ष दिवंगत प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत से मुकाबला होगा। इस चुनाव में सियासी दलों में आगामी 2022 के विस चुनाव का लिटमस टेस्ट भी होगा। सत्तारूढ़ भाजपा के लिये भी उपचुनाव जीतने की चुनौती है लिहाजा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सक्रियता दिखाते हुए कांग्रेस से पहले ही दिवंगत प्रकाश पंत की पत्नी को आगे कर सहानुभूति जुटाने का दांव खेल दिया है।
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